फीफा वर्ल्ड कप में खेले गए ग्रुप E के मुकाबले में स्वीडन ने मेक्सिको को 3-0 से हराकर अंतिम 16 में जगह बना ली है. स्वीडन चौथी बार नॉकआउट दौर में पहुंचा है. स्वीडन के लिए लुडविग ऑगिस्टनसन ने 50वें और कप्तान आंद्रेस ग्रांक्वैस्ट ने 62वें मिनट में गोल किए. उसका एक गोल मेक्सिको के एडसन अल्वारेज की ओर से आत्मघाती गोल के रूप में 74वें मिनट में हुआ.


स्वीडन के तीन मैचों में अब छह अंक हो गए हैं और वह अपने ग्रुप में शीर्ष पर है. वहीं इस हार के बावजूद मेक्सिको छह अंक के साथ अपने ग्रुप में दूसरे स्थान के साथ अगले दौर में पहुंच गई है जबकि दक्षिण कोरिया से 0-2 से हारकर मौजूदा चैंपियन जर्मनी बाहर हो गई है. जर्मनी और कोरिया के तीन-तीन अंक रहे.


मैच के शुरू के 13 सेकेंड बाद ही मेक्सिको के हिर्विग लोजानो को येलो कार्ड थमा दिया गया जो कि विश्व कप के इतिहास में सबसे जल्दी दिया गया येलो कार्ड है. मुकाबले के 26वें मिनट में स्वीडन के सेबेस्टियन लार्सन को भी येलो कार्ड मिला.


स्वीडन को मुकाबले के 29वें मिनट में पेनाल्टी मिली लेकिन वीएआर लेने के बाद इसे खारिज कर दिया गया. हालांकि स्वीडन ने आपना आक्रामण जारी रखा और गोल करने के प्रयास जारी रखे. पहले हाफ में दो मिनट का अतिरिक्त समय जोड़ने के बाद भी दोनों टीमें गोल नहीं कर सकी और पहला हाफ गोलरहित रहा. दोनों टीमों ने पहले हाफ में कोई बदलाव नहीं किया.


दूसरे हाफ में 50वें मिनट में स्वीडन को उस समय एक बड़ी सफलता हाथ लगी जब ऑगिस्टनसन ने बेहतरीन गोल कर अपनी टीम को 1-0 की बढ़त दिला दी. ऑगिस्टनसन का यह पहला अंतर्राष्ट्रीय गोल है.


इसके बाद 62वें मिनट में स्वीडन को पेनाल्टी मिली, जिसे कप्तान आंद्रेस ग्रांक्वैस्ट ने नेट में डालकर टीम की बढ़त 2-0 कर दिया. टूर्नामेंट में यह दूसरी बार है जब ग्रांक्वैस्ट ने पेनाल्टी को गोल में तब्दील किया है.


मैच में वापसी करने की भरपूर कोशिश में लगी मेक्सिको को 70वें मिनट में फ्री किक मिला लेकिन एडसन अल्वारेज इसे गोल में नहीं डाल सके. 74वें मिनट में हालांकि उन्होंने आत्मघाती गोल कर स्वीडन को तीसरा गोल तोहफे के रूप में दे दिया. टूर्नामेंट का यह सातवां आत्मघाती गोल है. वर्ष 1994 में अमेरिका में हुए विश्व कप के बाद से यह पहली बार है जब स्वीडन ने विश्व कप के किसी एक मैच में तीन गोल किए हैं.