फीफा वर्ल्ड कप में दक्षिण कोरिया के खिलाफ दूसरे हाफ में कप्तान आंद्रेयास ग्रैंक्विस्ट की ओर से किए गए गोल के दम पर स्वीडन ने जीत के साथ अपना सफर शुरू किया है. निजनी नोवगोरोड स्टेडियम में खेले गए मैच में स्वीडन ने मिडफील्ड में कमजोर रही दक्षिण कोरिया को 1-0 से मात दी.


एशियाई देशों में वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल तक का सफर तय करने वाली एकमात्र टीम दक्षिण कोरिया को छठे मिनट में फ्री किक से गोल करने का मौका मिला था. सोन के शॉट को किम शिन वुक ने हेडर से गोल पोस्ट तक पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन वह नेट से बहुत दूर चली गई और दक्षिण कोरिया की टीम खाता खोलने का मौका चूक गई.


पहले हाफ में नहीं हुआ कोई गोल


स्वीडन के खिलाड़ी दक्षिण अफ्रीका के डिफेंस को भेदने की कोशिश में लगे हुए थे, लेकिन असफल रहते हुए वह टीम के गोल पोस्ट तक नहीं पहुंच पा रहे थे. मार्कस बर्ग ने आखिरकार 20वें मिनट में दक्षिण कोरिया के गोल पोस्ट तक पहुंचकर करीब से सीधा शॉट मारा, लेकिन विरोधी टीम के गोल कीपर चो ह्यून वू ने इसे शानदार तरीके से सेव करते हुए स्वीडन की कोशिशों पर पानी फेर दिया.


इसके अगले ही मिनट में स्वीडन को कॉर्नर से शॉट का अवसर मिला, लेकिन स्वीडन की ये कोशिश भी असफल हो गई. दोनों टीमों ने पहले हाफ के पहले 30 मिनट के खेल में एक-दूसरे को धक्का मुक्की में 19 फाउल किए हैं.


पहले हाफ में स्वीडन को अच्छे मौके मिले थे, लेकिन दक्षिण कोरिया के डिफेंस ने स्वीडन के खिलाड़ियों को उनके मकसद में कामयाब नहीं होने दिया. स्वीडन ने दक्षिण कोरिया की तुलना में अधिक समय तक फुटबाल को अपने पास रखा हुआ था, लेकिन फिर भी इतने अवसरों के बाद गोल करने में असफल रही.


दूसरे हाफ में काफी समय तक संघर्ष करने के बाद स्वीडन के डिफेंस को भेदते हुए गोल पोस्ट के करीब पहुंचे कू जा चियोल ने 51वें मिनट में हेडर से फुटबाल को निशाने तक पहुंचाने का जोर लगाया, लेकिन वह नेट के बाहरी हिस्से से टकरा गई और दक्षिण कोरिया खाता खोलने से चूक गई.


स्वीडन को 56वें मिनट में फ्रीकिक मिला, सेबेस्टियन लार्सेन ने शानदार किक मारकर इसे पास किया और बर्ग ने इसे गोल पोस्ट पर मारा, लेकिन इस मैच में शानदार प्रदर्शन करने वाले दक्षिण कोरिया के गोलकीपर चो ने रद्द कर दिया.


स्वीडन ने पेनल्टी हासिल करके किया गोल


विक्टर क्लासेन 63वें मिनट में फुटबाल पर किक मारने की कोशिश में थे, जब दक्षिण कोरिया के किम ने फुटबाल की पहुंच से दूर होने के बावजूद गलत तरीके से क्लासेन को रोकने की कोशिश की. इस पर स्वीडन ने पेनल्टी की मांग की.


वीएआर देखने के बाद स्वीडन को पेनाल्टी पर गोल करने का अवसर मिला और कप्तान ग्रैंक्विस्ट ने शानदार शॉट मारकर स्वीडन का खाता खोला. ग्रैंक्विस्ट 2002 में हेनरिक लार्सेन के बाद विश्व कप में पेनल्टी पर गोल करने वाले पहले स्वीडिश खिलाड़ी हैं.


निर्धारित समय के समाप्त होने के बाद चार मिनट के अतिरिक्त समय में भी दक्षिण कोरिया गोल करने में असफल रही और इस कारण उसे स्वीडन के खिलाफ 1-0 से हार मिली.