भारतीय अंडर 19 टीम के कप्तान पृथ्वी शॉ ने पूरे वर्ल्ड कप के दौरान शानदार कप्तानी की. उनकी बेजोड़ कप्तानी का ही नतीजा रहा कि टीम इंडिया पूरे टूर्नामेंट में एक मैच भी नहीं हारी.
इस मौके पर हम आपको दुनिया के उन बेहतरीन अंडर 19 टीम के कप्तानों के बारे में बता रहे हैं, जिन्होंने अपने देश के लिए ये बड़ा खिताब जीता और बाद में नेशनल टीम से खेलते हुए पूरी दुनिया पर छा गए.
अंडर 19 वर्ल्ड कप की शुरूआत साल 1988 में हुई थी. पहली बार इस टूर्नामेंट को ऑस्ट्रेलिया ने जीता था और टीम की कमान संभार रहे थे जी पारकर. लेकिन अंडर 19 टीमों के इस बड़े टूर्नामेंट में भारत को पहली बार साल 2000 में खिताब पर कब्जा जमाने का मौका मिला था.
साल 2000 में टीम इंडिया के अंडर 19 टीम की कमान मोहम्मद कैफ को मिली. ये पहला मौका था जब भारतीय टीम ने अंडर 19 वर्ल्ड कप का बड़ा खिताब अपने नाम किया था. इस खिताब को जिताने के बाद कैफ की किस्मत भी चमक गई. उसी साल उनको देश की नेशनल टीम में भी जगह मिली. कैफ ने टेस्ट से करियर की शुरूआत की दो साल बाद उन्हें वनडे में भी चुन लिया गया. उन्होंने भारत के लिए 13 टेस्ट और 125 वनडे मैच खेले.
पाकिस्तान को चैम्पियंस ट्रॉफी का खिताब दिलाने वाले कप्तान सरफराज अहमद को कौन भूल सकता है. साल 2006 में सरफराज ने अपनी कप्तानी में पाकिस्तान की अंडर 19 टीम को विश्व विजेता बनाया था.
साल 2008 में विराट कोहली ने टीम इंडिया को अंडर 19 वर्ल्ड कप का चैम्पियन बनाया और आज वो टीम इंडिया पर राज कर रहे हैं. विराट दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाजों की फेहरिस्त में आज सबसे ऊपर रखे जाते हैं. टीम इंडिया के तीनों फॉर्मेट की कमान विराट कोहली के हाथों में ही है.
विराट ने 66 टेस्ट मैचों में 53 से ज्यादा की औसत से 5554 रन बनाए हैं. वहीं, 203 वनडे मैचों में उन्होंने 56 से ज्यादा की औसत से 9142 रन बनाए हैं, जिसमें 33 शतक शामिल हैं. टी-20 में भी विराट का रिकॉर्ड कमाल का है. विराट ने 55 टी-20 मैचों में 52 से ज्यादा की औसत से 1956 रन बनाए हैं, जिसमें 18 अर्धशतक शामिल हैं.
साल 2010 में ऑस्ट्रेलिया की अंडर 19 टीम को वर्ल्ड कप का खिताब दिलाने वाले कप्तान मिशेल मार्श ने नेशनल टीम में भी शानदार प्रदर्शन किया. उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के लिए 24 टेस्ट में 29 से ज्यादा की औसत से 994 रन बनाए. वनडे में 53 मैचों में 35 से ज्यादा की औसत से 1428 रन बनाए. इसके अलावा वो 9 टी-20 मैचों में भी अपनी टीम का हिस्सा रहे.