(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Tokyo 2020 Paralympics Games: अवनि लेखरा ने रचा इतिहास, गोल्ड समेत दो मेडल जीतने वाली भारत की पहली खिलाड़ी बनीं
Tokyo 2020 Paralympics Games: अवनि लेखरा टोक्यो में चल रहे पैरालंपिक गेम्स में एक गोल्ड और एक ब्रॉन्ज मेडल जीत चुकी हैं.
Tokyo 2020 Paralympics Games: टोक्यो में चल रहे पैरालंपिक गेम्स में भारत की अवनि लेखरा एक गोल्ड समेत दो मेडल जीत लिए हैं. अवनि लेखरा भारत की पहली ऐसी खिलाड़ी हैं जिन्होंने एक ही पैरालंपिक गेम्स में गोल्ड समेत दो मेडल हासिल किए हैं. 19 साल की लेखरा इससे पहले 10 मीटर एयर राइफल स्टैडिंग एसएच1 स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनी थीं.
लेखरा ने 50 मीटर राइफल थ्री पॉजिशन एसएच1 स्पर्धा में 1176 के स्कोर से दूसरे स्थान पर रहकर फाइनल के लिये क्वालीफाई किया था. फाइनल काफी चुनौतीपूर्ण रहा जिसमें लेखरा ने कुल 445.9 अंक का स्कोर बनाया और वह यूक्रेन की इरिना श्चेटनिक से आगे रहकर पदक हासिल करने में सफल रहीं. वहीं यूक्रेन की निशानेबाज एलिमिनेशन में खराब शॉट से पदक से चूक गयीं.
जयपुर की निशानेबाज के 2012 में हुई कार दुर्घटना में रीढ़ की हड्डी में चोट लग गयी थी, उन्होंने 10 मीटर एयर राइफल स्टैडिंग एसएच1 स्पर्धा में 249.6 के विश्व रिकार्ड की बराबरी कर पैरालंपिक का नया रिकार्ड बनाया था.
चीन के खाते में गया गोल्ड
उनसे पहले जोगिंदर सिंह सोढ़ी खेलों के एक ही चरण में कई पदक जीतने वाले पहले भारतीय थे. उन्होंने 1984 पैरालंपिक में एक रजत और दो कांस्य पदक जीते थे. उनका रजत पदक गोला फेंक में जबकि दो कांस्य पदक चक्का फेंक और भाला फेंक में मिले थे.
शुक्रवार की स्पर्धा का स्वर्ण पदक चीन की झांग कुईपिंग ने 457.9 अंक से खेलों के नये रिकार्ड के साथ हासिल किया जबकि जर्मनी की नताशा हिल्ट्रोप ने 457.1 अंक से रजत पदक हासिल किया.
एचएच1 राइफल स्पर्धा में खिलाड़ियों के पैरों में विकार होता है जिसमें उनका पैर काटना पड़ा हो या फिर नीचे के अंग में पक्षाघात हो गया. कुछ खिलाड़ी बैठकर जबकि कुछ खड़े होकर हिस्सा लेते हैं.
पुरूषों की 50 मीटर राइफल थ्री पी स्पर्धा में दीपक फाइनल के लिये क्वालीफाई करने में असफल रहे. वह 1114 के स्कोर से 18वें स्थान पर रहे.