कोरोनावायरस महामारी के कारण टोक्यो ओलंपिक 2020 को टाले हुए लगभग एक महीना हो गया है और नई तारीखों का ऐलान भी हो चुका है. अगले साल इनका आयोजन किया जाएगा. ऐसे में पहले से ही तैयारियों में कई बिलियन डॉलर खर्च कर चुका जापान, आयोजन में बदलाव के कारण होने वाले अतिरिक्त खर्च को लेकर इंटरनेशनल ओलंपिक कमेटी (आईओसी) से भिड़ गया है.

आईओसी की वेबसाइट में एक बयान छपने के बाद टोक्यो ओलंपिक की आयोजन समिति ने इस पर आपत्ति जाहिर की और दोनों के बीच अतिरिक्त खर्चे को लेकर बहस छिड़ गई है. ओलंपिक आयोजन समिति के मुताबिक आईओसी की वेबसाइट में दावा किया गया है कि जापान अतिरिक्त खर्च उठाने के लिए तैयार है.

टोक्यो ओलंपिक के प्रवक्ता मासा तकाया ने कहा, “आयोजन समिति ने आईओसी को कहा है कि वो अपनी वेबसाइट से उस बयान को हटाए जिसमें कहा गया है कि जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे ओलंपिक स्थगित होने के कारण आने वाले अतिरिक्त खर्च का बोझ उठाने के लिए तैयार हैं.”

प्रवक्ता ने कहा कि इस तरह प्रधानमंत्री के हवाले से बयान देना सही नहीं है.

6 बिलियन डॉलर तक अतिरिक्त खर्च


जापानी मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक जापान ने टोक्यो ओलंपिक के आय़ोजन के लिए लगभग 28 बिलियन डॉलर खर्च कर दिए. वहीं माना जा रहा है कि ओलंपिक को एक साल तक टाले जाने के कारण लगभग 2 बिलियन से 6 बिलियन डॉलर तक का अतिरिक्त खर्च उठाना पड़ सकता है.

पीटीआई के मुताबिक आईओसी ने अपनी वेबसाइट के FAQ सेक्शन में एक सवाल के जवाब में लिखा था कि आबे इस बात को लेकर राजी हो गए हैं कि वह इस अतिरिक्त लागत को वहन करेंगे.

टोक्यो में इस साल 24 जुलाई से 9 अगस्त के बीच 32वें ओलंपिंक खेलों का आयोजन किया जाना था, लेकिन दुनियाभर में कोरोनावायरस के असर के कारण 23 मार्च को आईओसी और जापान सरकार ने ओलंपिक को 2021 तक टालने का फैसला किया था. अब इनका आयोजन 23 जुलाई से 8 अगस्त 2021 के बीच होगा. वहीं शीतकालीन ओलंपिक खेलों का आयोजन भी अगस्त 2021 में ही होगा.