Tokyo Paralympic 2021: टोक्यो पैरालंपिक का मंगलवार को आगाज हो गया. मंगलवार को एक भव्य उद्घाटन समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें सभी देशों के पैरा एथलीटों के दल ने फ्लैग परेड में हिस्सा लिया. इस दौरान एक ऐसी घटना भी देखने को मिली, जिसने सभी को भावुक कर दिया. दरअसल अफगानिस्तान का कोई एथलीट और प्रतिनिधि टोक्यो पैरालंपिक में शामिल नहीं हो सका, लेकिन फिर भी उद्घाटन समारोह परेड में अफगानिस्तान के झंडे को शामिल किया गया. इस झंडे के जरिए एकजुटता और शांति का संदेश दिया गया. 


अफगानिस्तान पर चरमपंथी संगठन तालिबान ने कब्जा कर लिया है, जिसकी वजह से वहां हालात काफी बिगड़ गए हैं. अफगानिस्तान के राष्ट्रीय पैरालंपिक समिति (एनपीसी) के अधिकारी इन हालातों की वजह से खेलों में शामिल नहीं हो सके. जकिया खुदादादी, जो ताइक्वांडो में पैरालंपिक खेलों के लिए क्वालीफाई करने वाली अफगानिस्तान की पहली महिला एथलीट हैं. 






अफगानिस्तान से फ्लाइट की आवाजाही नहीं होना टोक्यो में इन लोगों के शामिल नहीं होने का अहम कारण रहा. अंतरराष्ट्रीय पैरालंपिक समिति (आईपीसी) ने इन एथलीटों के साथ एकजुटता दिखाने के लिए जो पैरालंपिक में भाग नहीं ले सके, अफगानिस्तान के झंडे को शामिल करने का फैसला किया. आईपीसी ने संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त के प्रतिनिधि को ध्वजवाहक के रूप में कार्य करने के लिए यहां आमंत्रित किया. आईपीसी के अध्यक्ष एंड्रयू पारसंस ने कहा कि यह फैसला दुनिया भर में एकजुटता और शांति को देने के लिए लिया गया.


टोक्यो पैरालंपिक खेलों का आयोजन 24 अगस्त से 5 सितंबर 2021 तक किया जाएगा. इस बार भारत के 54 खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे हैं. देश और दुनिया के तमाम खिलाड़ी इस प्रतियोगिता में हिस्सा लेकर पदक जीतने की कोशिश करेंगे. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारतीय खिलाड़ियों के दल को शुभकामनाएं देकर बेहतर प्रदर्शन की उम्मीद जताई है. 


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