UEFA चैंपियंस लीग फाइनल मुकाबले में चेल्सी ने मैनचेस्टर सिटी को हराकर खिताब अपने नाम किया. चेल्सी की ओर से काई हैवर्ट ने पहले हाफ के 42वें मिनट में गोल दागा. मैनेस्टर सिटी मैच पूरा होने तक कोई गोल नहीं कर पाई और उसने अपना पहला चैंपियंस लीग खिताब जीतने का मौका गंवा दिया. वहीं चेल्सी को 9 साल के लंबे इंतजार के बाद चैंपियंस लीग का खिताब हासिल हुआ.
मैच से पहले तक मैनचेस्टर सिटी को खिताब का प्रबल दावेदार माना जा रहा था. मैनचेस्टर सिटी पहली बार चैंपियंस लीग के फाइनल में पहुंची थी. लेकिन उसका खिताब जीतने का सपना पूरा नहीं हो पाया. चेल्सी ने इस मैच को 1-0 से अपना नाम किया. यह दूसरा मौका है जब चेल्सी ने यूएफा चैंपियंस लीग का खिताब अपने नाम किया है.
बता दें कि चेल्सी ने सेमीफाइनल मैच में 13 बार की चैंपियन रियल मैड्रिड को हराकर फाइनल में एंट्री हासिल की थी. सिटी का प्रदर्शन भी टूर्नामेंट में शानदार रहा था और वह पिछले साल की उपविजेता पेरिस सेंट को सेमीफाइनल में 2-0 से हराकर फाइनल में पहुंचने में कामयाब हुई थी.
चेल्सी ने रचा इतिहास
चेल्सी ने 2012 में अपना पहला चैंपियंस लीग खिताब जीता था. चेल्सी 2018 में भी फाइनल में पहुंचा था, लेकिन तब टीम को हार का सामना करना पड़ा था. वहीं मैनचेस्टर सिटी ने अपने पहले चैंपियंस लीग फाइनल में खिताब जीतने के सपने को गंवा दिया.
मैच के दौरान हालांकि सिटी ने चेल्सी पर दबाव बनाने की पूरी कोशिश की थी. सिटी के खिलाड़ियों ने अधिकतर समय गेंद अपने पास रखी औऱ कुल 608 पास लिए. सिटी के मुकाबले कम समय तक गेंद अपने पास रखने और 403 पास करने के बावजूद चेल्सी ने खिताब अपने नाम कर लिया.
बता दें कि चेल्सी सिर्फ तीसरी ऐसी इंग्लिश टीम बन गई है जिसने दो बार चैंपियंस लीग का खिताब हासिल किया है. इससे पहले मैनचेस्टर यूनाइटेड और लिवरपूल ही दो बार चैंपियंस लीग का खिताब जीतने में कामयाब रहे.
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