ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खराब प्रदर्शन की वजह से नेशनल टीम से जगह गंवाने वाले पृथ्वी शॉ ने फॉर्म में वापसी कर ली है. विजय हजारे ट्रॉफी में पृथ्वी शॉ ने शानदार दोहरा शतक जड़ा. पृथ्वी शॉ की 227 रन और सूर्यकुमार यादव की 133 रन की पारियों की बदौलत मुंबई ने पुडुचेरी को 233 रन से मात दी.
मुंबई ने 50 ओवर में चार विकेट पर 457 रनों का मजबूत स्कोर खड़ा किया. बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी पुडुचेरी की टीम 38.1 ओवर में 224 रन बनाकर ऑलआउट हो गई. पुडुचेरी की ओर से कप्तान दामोदरन रोहित ने 68 गेंदों पर नौ चौकों की मदद से सर्वाधिक 63 रन बनाए. मुंबई की तरफ से प्रशांत सोलंकी ने पांच विकेट लिए.
शॉ दोहरा शतक जड़ने के साथ ही वनडे में ऐसा करने वाले भारत के आठवें बल्लेबाज बन गए हैं. 21 साल के पृथ्वी शॉ नियमित कप्तान श्रेयस अय्यर की अनुपस्थिति में इस मुकाबले में कप्तानी कर रहे थे.
शॉ ने तोड़ा ग्रेम पोलोक का रिकॉर्ड
शॉ के नाबाद 227 रनों की पारी 50 ओवर के क्रिकेट में किसी कप्तान की सर्वश्रेष्ठ पारी है. शॉ ने इसके साथ ही दक्षिण अफ्रीका के ग्रेम पोलोक का रिकॉर्ड तोड़ा जिन्होंने 1974 में इस्टर्न प्रांत के लिए खेलते हुए बॉर्डर के खिलाफ नाबाद 222 रन बनाए थे.
मुंबई का यह स्कोर भारत में वनडे में किसी टीम द्वारा बनाया गया सर्वश्रेष्ठ स्कोर है. मुंबई ने दक्षिण अफ्रीका को पीछे छोड़ा जिसने 2015 में वानखेड़े स्टेडियम में भारत के खिलाफ चार विकेट पर 438 रन बनाए थे.
मुंबई की पारी में विकेटकीपर बल्लेबाज आदित्य तारे ने 64 गेंदों पर सात चौकों की मदद से 56 रनों का योगदान दिया. पुडुचेरी की ओर से पंकज सिंह ने दो विकेट, सागर त्रिवेदी ने एक विकेट और सुरेश कुमार ने एक विकेट लिया.
पुडुचेरी की पारी में सागर त्रिवेदी ने 43 और पारस डोगरा ने 29 रन बनाए जबकि पंकज सिंह 25 रन बनाकर नाबाद रहे. मुंबई की तरफ से शार्दुल ठाकुर ने दो विकेट, तुषार देशपांडे ने दो विकेट और यशस्वी जायसवाल ने एक विकेट लिया.
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