विनेश फोगाट ने डब्ल्यूएफआई से माफी मांगी, लेकिन निलंबन वापसी की संभावना इसलिए है बेहद कम
विनेश फोगाट को टोक्यो ओलंपिक में भारतीय दल के साथ प्रैक्टिस नहीं करने की वजह से निलंबित कर दिया गया. विनेश फोगाट ने अब इस मामले पर डब्ल्यूएफआई से माफी मांग ली है.
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टोक्यो ओलंपिक के बाद से ही भारत की महिला पहलवान विनेश फोगाट चर्चा में बनी हुई हैं. भारतीय कुश्ती महासंघ ने विनेश फोगाट पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए किसी भी टूर्नामेंट में हिस्सा लेने से निलंबित कर दिया था. विनेश फोगाट ने हालांकि भारतीय कुश्ती महासंघ से माफी मांग ली है. लेकिन वर्ल्ड चैंपियनशिप में हिस्सा लेने के लिए विनेश फोगाट को डब्ल्यूएफआई से अनुमति मिलने की संभावना बेहद कम है.
विनेश तोक्यो ओलंपिक में क्वार्टर फाइनल में हार कर बाहर हो गयी थी. विनेश ने अपने साथी खिलाड़ियों के साथ ठहरने से ही इनकार नहीं किया था बल्कि टूर्नामेंट के दौरान उनके साथ ट्रेनिंग भी नहीं की थी. इसके साथ ही विनेश ने भारतीय दल के आधिकारिक प्रायोजक के बजाय निजी प्रायोजक के नाम का सिंगलेट पहना था जिससे डब्ल्यूएफआई ने उन्हें निलंबित कर दिया था.
अपने निलंबन के एक दिन बाद, विनेश ने खेलों के दौरान अपने शारीरिक और मानसिक संघर्ष का जिक्र करते हुए कहा था कि उनके पास अपने व्यक्तिगत फिजियो की सेवाएं नहीं थीं. 26 साल की पहलवान ने शुक्रवार को डब्ल्यूएफआई द्वारा उन्हें भेजे गए नोटिस का जवाब दिया. इस मामले की जानकारी रखने वाले एक सूत्र ने बताया, ''डब्ल्यूएफआई को जवाब मिल गया है और विनेश ने माफी मांगी है.''
लेकिन माफी मांगने के बावजूद विनेश फोगाट का निलंबन जारी रह सकता है. मामले की जानकारी रखने वाले सूत्र ने कहा, ''माफी के बावजूद हालांकि इस बात की संभावना अधिक है कि उसे विश्व चैम्पियनशिप के लिए यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाए.''
डब्ल्यूएफआई इस बात से नहीं है खुश
डब्ल्यूएफआई ओलंपिक गोल्ड क्वेस्ट और जेएसडब्ल्यू जैसे निजी खेल गैर सरकारी संगठन के काम करने के तरीके से खुश नहीं है. ये संगठन कई भारतीय एथलीटों को प्रायोजित करते हैं जिसमें पहलवान भी शामिल है. डब्ल्यूएफआई का मानना है कि ये संगठन उन्हें खराब कर रहे हैं.
डब्ल्यूएफआई ने कहा है कि वह भविष्य में सीनियर पहलवानों के मामलों में उन्हें दखल नहीं देने देगा. विनेश को ओजीक्यू का समर्थन प्राप्त है जबकि बजरंग पुनिया को जेएसडब्ल्यू का समर्थन प्राप्त है. यह भी पता चला है कि अपने बर्ताव के लिए माफी मांगने वाली सोनम मलिक को भी दो से 10 अक्टूबर तक नॉर्वे में होने वाली विश्व चैंपियनशिप के ट्रायल में शामिल होने से रोका जा सकता है.
सूत्र ने यह भी कहा कि दिव्या काकरान को भी ट्रायल में शामिल होने से रोका जा सकता है. उन्हें तीन महीने पहले खराब व्यवहार के लिए नोटिस भी दिया गया था, वह 68 किग्रा वर्ग में प्रतिस्पर्धा करती हैं. डब्ल्यूएफआई तीनों पहलवानों के भाग्य का फैसला सोमवार या मंगलवार को करेगा.
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