भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली ने कोलकाता के ईडन गार्डन्स स्टेडियम में होने वाले ऐतिहासिक डे-नाइट टेस्ट मैच से दो दिन पहले बुधवार को मोहम्मद शमी की गेंदों पर फ्लड लाइट में प्रैक्टिस की. भारत और बांग्लादेश के बीच कोलकाता में डे-नाइट फॉर्मेट में टेस्ट मैच खेला जाना है जो 22 नवंबर से शुरू होगा. कोहली ईडन गार्डन्स में सीरीज के दूसरे और अंतिम टेस्ट में बांग्लादेश के खिलाफ मैदान पर उतरने के बाद भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि हासिल करने के लिए भी तैयार हैं. 32 रन बनाते ही विराट कोहली बतौर कप्तान 5 हजार रन बनाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बन जाएंगे.
डे-नाइट टेस्ट में ढलती शाम के समय जब फ्लड लाइट ऑन हो जाती हैं, उस समय बैट्समैन को आने वाली परेशानी को लेकर काफी चर्चा हुई थी. इस 'ट्विलाइट जोन' से सामंजस्य बैठाने को लेकर काफी चर्चा हुई है. भारत के कुछ खिलाड़ियों, जिन्होंने दिन-रात प्रारूप में दलीप ट्रॉफी खेली है, ने इस ट्विलाइट में पिंक बॉल को देखने में आने वाली समस्या के बारे में बातें कहीं थीं जिसमें चेतेश्वर पुजारा भी थे. इनका कहना था कि इस दौरान गेंद नारंगी रंग की दिखाई पड़ती है. ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने कहा था, "गेंद पर एक सतह ज्यादा होती है. मैंने पिंक बॉल से अभी तक एक भी गेंद नहीं फेंकी है. बस देखा है. कई बार मैं समझ नहीं पाता हूं कि यह नारंगी है या गुलाबी."
भारत ने इंदौर में खेले गए पहले टेस्ट मैच में बांग्लादेश को तीन दिन में ही हरा दिया था. टीम इसके बाद इंदौर में ही रुकी रही और पिंक बॉल से अभ्यास किया. ईडन गार्डन्स में कोहली शाम के समय शमी की गेंदों पर अभ्यास करते हुए देखे गए. जाहिर तौर पर कोहली की कोशिश इस समय बल्लेबाजों के सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने की थी.