हम बैठकर बस ताली पीट रहे थे, युवाओं ने हमारे लिए जीता था 2015 का वर्ल्ड कप: माइकल क्लार्क
माइकल क्लार्क ने कहा कि अगर उनकी टीम साल 2015 का वर्ल्ड कप जीतने में कामयाब रही तो इसके पीछे युवाओं का हाथ था. वॉर्नर, स्मिथ, मैक्सवेल और स्टार्क की बदौलत हम शानदार खेल दिखा पाए और अंत में हमारी जीत हुई.
नई दिल्ली: 29 मार्च 2015 को ऑस्ट्रेलियाई टीम ने अपना पांचवा वर्ल्ड कप खिताब जीता था. इस दौरान टीम के कप्तान थे माइकल क्लार्क जिन्होंने इसके बाद रिटायरमेंट का एलान कर दिया था. अब क्लार्क ने इस जीत को लेकर बड़ा खुलासा किया है. उन्होंने कहा है कि इस जीत के पीछे अगर किसी का सबसे बड़ा हाथ था तो वो युवा खिलाड़ी थे.
ऑस्ट्रेलियाई वर्ल्ड कप टीम में उस दौरान मिचेल जॉनसन, ब्रैड हैडिन, शेन वॉटसन जैसे खिलाड़ी थे तो वहीं युवाओं में स्टीव स्मिथ, डेविड वॉर्नर, ग्लैन मैक्सवेल, मिचेल स्टार्क थे. ऐसे में ये टीम वर्ल्ड कप की सबसे बेहतरीन टीम थी.
माइकल क्लार्क ने एक इंटरव्यू में कहा कि मैंने खिलाड़ियों से साफ कहा था कि वो पूरे टूर्नामेंट में खुलकर खेलें. हमारी टीम में उस दौरान कई सुपरस्टार्स थे. ऐसे में टीम हर लम्हे और हर मैच को बड़ा बनानी चाहती थी. क्लार्क ने कहा कि स्मिथ, मैक्सवेल और फॉक्नर की बदौलत उनकी टीम इतना बेहतरीन प्रदर्शन कर पाई थी.
क्लार्क ने कहा कि युवा खिलाड़ियों ने जमकर प्रदर्शन किया था. ये उनके लिए मौका भी था कि वो बड़े स्टेज पर कमाल करना चाहते थे. ऐसे में पूरा श्रेय उन्हीं को जाता है. हमने तो बस बैठकर ताली बजाया था. लेकिन ये खिलाड़ी शानदार थे.