19वें दशक के अगर क्रिकेट की बात करें तो उस दौरान न तो वनडे मैच खेला जाता था और न ही टी20. ऐसे में सिर्फ एक ही फॉर्मेट खेला जाता था जो टेस्ट हुआ करता था. बल्लेबाजों के पास न तो हेलमेट, न चेस्ट गार्ड और न ही सुरक्षा के लिए कोई और चीज होती थी. ऐसे में खतरनाक गेंदबाजों का सामना करने के लिए बल्लेबाज सिर्फ पैड और ग्लव्स पहनकर ही मैदान पर उतर जाते थे और लंबी पारी खेलते थे. उस युग के सबसे बड़े क्रिकेटर या कह लें इसके बाद जो खिलाड़ी आया उसी ने इन्हें अपना भगवान बना लिया. जी हां हम बात कर रहे हैं डॉन ब्रैडमैन की. 72 साल पहले यानी की 15 मई 1948 को एक ऐसा मैच खेला गया था जिसे कभी भुलाया नहीं जा सकता.


ये मैच ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के एसेक्स के बीच खेला जा रहा था जहां ऑस्ट्रेलियाई टीम ने एक ही दिन में 721 रन बना डाले थे. इस दौरान दुनिया के लेजेंड्री बल्लेबाज डॉन ब्रैडमैन की बल्लेबाजी ने सभी गेंदबाजों को चारों खाने चित कर दिया था. सिर्फ सर डॉन ब्रैडमैन ही नहीं बल्कि 3 और बल्लेबाज ने शतकीय पारी खेली थी. इस मैच में लॉक्सटन ने 120, सैगर्स ने 104*, बिल ब्राउन ने 153 और ब्रैडमैन ने 187 रन की बेहतरीन पारी खेली थी. ब्रैडमैन ने 187 रनों की पारी खेली थी.



इसके बाद ऑस्ट्रेलिया की गेंदबाजी आई जिसे खेलने में एसेक्स की टीम पूरी तरह से फेल रही. पूरी टीम 36.5 ओवरों में ही 83 रनों पर ऑल आउट हो गई. ऑस्ट्रेलिया ने फिर एसेक्स को फॉलोऑन के लिए बुलाया लेकिन टीम एक बार फिर फेल रही और पूरी टीम 187 रनों पर ऑलआउट हो गई. ऐसे में ऑस्ट्रेलियाई ये मैच 451 रनों से जीत गया और टीम ने इंग्लैंड में इतिहास रच दिया.


इसमें जीत के हीरो डॉन ब्रैडमैन की पारी को अंत में खूब सराहा गया वो अखबारों की सुर्खियों बनें. ब्रैडमैन के करियर की अगर बात करें तो उन्होंने अब तक 52 टेस्ट खेले हैं जहां उनके 6996 रन है. इस दौरान उनका एवरेज 99.94 का रहा है. तो वहीं सर्वश्रेष्ठ स्कोर 334 का. ऐसे में ब्रैडमैन ने 29 शतक और 12 दोहरा शतक और 13 अर्धशतक जड़े थे. उन्हें आज भी क्रिकेट दुनिया उनकी बल्लेबाजी के लिए याद करती है.