खेल मंत्रालय ने पूर्व खेल रत्न विजेता साक्षी मलिक और मीराबाई चानू को अर्जुन पुरस्कार देने के खिलाफ फैसला करने के एक दिन बाद भारतीय पहलवान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर पूछा कि उन्हें प्रतिष्ठित पुरस्कार लेने के लिए कौन सा पदक जीतना होगा. खेल मंत्रालय ने साक्षी और मीराबाई का नाम सूची से हटाकर सूची को 29 से 27 कर दिया. साक्षी ने रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था जिसके लिए उन्हें साल 2016 में खेल रत्न से नवाजा गया.
खेल मंत्रालय के स्पष्टीकरण से संतुष्ट नहीं होकर साक्षी ने पीएम मोदी और खेल मंत्री किरण रिजिजू को संबोधित एक पत्र लिखा, जिसमें पूछा गया कि क्या वह अपने करियर में कभी पुरस्कार जीतेंगी.
उन्होंने कहा, 'मुझे खेल रत्न से सम्मानित होने पर गर्व है. हर स्पोर्ट्सपर्सन का सपना होता है कि वह सभी अवॉर्ड जीते. एक स्पोर्ट्सपर्सन इसके लिए अपनी जान जोखिम में डालता है. मैं भी अपने नाम के साथ अर्जुन पुरस्कार विजेता का सपना देखती हूं.' 'मुझे अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित होने के लिए देश के लिए और कितने पदक जीतने होंगे. या इस कुश्ती जीवन में, मुझे यह पुरस्कार जीतने का सौभाग्य कभी नहीं मिलेगा?
साक्षी ने 2017 में राष्ट्रमंडल कुश्ती चैंपियनशिप में स्वर्ण और नई दिल्ली में एशियाई कुश्ती चैम्पियनशिप में रजत जीता. उन्होंने गोल्ड कोस्ट में 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य भी जीता.
खेल मंत्रालय ने इस वर्ष देश के सर्वोच्च खेल सम्मान के लिए एक अभूतपूर्व पांच सिफारिशें स्वीकार कीं हैं.