एक्सप्लोरर

फीफा वर्ल्ड कप 2018: मसीहा बनकर क्या अर्जेंटीना को तीसरी बार खिताब दिला पाएंगे मेसी?

विश्व कप में अर्जेटीना का गौरवशाली इतिहास रहा है. इस दक्षिण अमेरिकी देश ने कुल 16 बार इस टूर्नामेंट में हिस्सा लिया है और दो बार खिताब जीतने में कामयाब रहा है जबकि दो बार उसे फाइनल में हार का मुंह देखना पड़ा है.

नई दिल्ली: फुटबॉल के सबसे महान खिलाड़ियों में शुमार लियोनल मेसी ने अपने करियर में सभी ट्रॉफी जीती है लेकिन वह अब तक अपने देश को फीफा विश्व कप का खिताब दिलाने में कामयाब नहीं हो पाए हैं. रूस में 14 जून से शुरू होने वाले विश्व कप में दुनिया भर के फुटबॉल प्रशंसकों की निगाहें इस पर टिकी होंगी कि क्या फुटबॉल का यह जादूगर अर्जेटीना को तीसरी बार इस प्रतिष्ठित टूर्नामेंट का खिताब दिलाने में कामयाब हो पाएगा?

वर्ल्ड कप कुल 16 टीमें ले रही हैं हिस्सा

विश्व कप में अर्जेटीना का गौरवशाली इतिहास रहा है. इस दक्षिण अमेरिकी देश ने कुल 16 बार इस टूर्नामेंट में हिस्सा लिया है और दो बार खिताब जीतने में कामयाब रहा है जबकि दो बार उसे फाइनल में हार का मुंह देखना पड़ा है.

ब्राजील में 2014 में हुए विश्व कप के फाइनल में अर्जेटीना ने मेसी के नेतृत्व में शानदार प्रदर्शन किया था लेकिन फाइनल मुकाबले में वह जर्मनी के खिलाफ 0-1 से हार गई. इसके अलावा, 1990 के विश्व कप में उसे पश्चिम जर्मनी के खिलाफ भी 0-1 से हार झेलनी पड़ी थी.

1978 में पहली बार टीम बनी थी चैंपियन

अर्जेटीना ने पहली बार अपने घर में खेलते हुए 1978 में डेनियल पासारीला के नेतृत्व में खिताब पर कब्जा किया था लेकिन 1986 में टूर्नामेंट का खिताब जीतना फुटबाल प्रशंसकों के लिए सबसे यादागार रहा. 1986 के विश्व कप में दुनिया ने डिएगो मैरोडोना का जलवा देखा और उन्होंने अपनी कप्तानी में देश को दूसरी बार खिताब दिलाया.

क्या है 'गॉड ऑफ हैंड

मैराडोना के नेतृत्व में अर्जेटीना ने टूर्नामेंट में अपने से बेहतर टीमों को मात दी. इंग्लैंड के खिलाफ क्वाटर फाइनल मुकाबला को आज भी मैराडोन के मैजिक के लिए याद किया जाता है. मैराडोना के पहले गोल ने बहुत सुर्खियां बटोरी, वह बॉक्स के अंदर थे और हेडर मारने का प्रयास करते समय गेंद उनके हाथ से लगकर गोल में चली गई लेकिन रेफरी यह देख नहीं पाए और अर्जेटीना को 1-0 की बढ़त मिल गई. उस गोल को आज भी 'गॉड ऑफ हैंड' के नाम से जाना जाता है.

'गॉड ऑफ हैंड' के बाद अर्जेटीना के जादूगर ने हाफ लाइन से अपने दम पर गेंद के साथ इंग्लैंड की पूरी टीम को छकाते हुए विश्व कप इतिहास के सबसे बेहतरीन गोल दागा.

मेसी और मैराडोना के बीच हमेशा से तुलना होती रही है और पांच बार विश्व के सर्वश्रेष्ठ फुटबाल खिलाड़ी चुने जाने वाले मेसी केवल विश्व कप की ट्रॉफी जीतने के मामले में ही मैराडोना से कमतर आंके जाते हैं.

कैसी है अर्जेंटीना की टीम

ब्राजील की तरह इस बार अर्जेटीना की टीम के पास दमदार अटैक है. उसके पास फारवर्ड लाइन में मेसी, सर्गियो अगुएरो, गोंजालो हिगुएन और पाउलो डेबाला जैसे विश्व स्तरीय खिलाड़ी हैं जो किसी भी परिस्थिति में गोल दागने का माद्दा रखते हैं.

मिडफील्ड की जिम्मेदारी एवेर बानेगा एवं एंगेल डी मारिया जैसे अनुभवी खिलाड़ियों पर होगा. हालांकि, मैनुएल लानजिनी शुक्रवार को अभ्यास के दौरान घुटने की चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो गए हैं, जो अर्जेटीना के लिए तगड़ा झटका हो सकता है. लानजिनी की जगह एंजो पेरेज को टीम में शामिल किया गया है.

अर्जेटीना की डिफेंस आगामी टूर्नामेंट में टीम की कमजोर कड़ी साबित हो सकती है. डिफेंस में वियर माशेरानो, निकोल्स ओटामेंडी, फेडरिको फाजियो और मार्कोस रोहो अहम मौको पर कमजोर साबित हो सकते हैं. डिफेंस के अलावा टीम के पास एक शीर्ष गोलकीपर की भी कमी है क्योंकि पिछले विश्व कप में टीम का हिस्सा रहे गोलकीपर सर्जियो रोमेरो चोट के कारण पहले ही टूर्नामेंट से बाहर हो चुके हैं.

विश्व कप के लिए अर्जेटीना को ग्रुप डी में क्रोएशिया, आइसलैंड और नाईजीरिया के साथ रखा गया है और टीम अपने पहले मुकाबले में 16 जून को आइसलैंड का सामना करेगी.

टीम :

गोलकीपर : विल्फ्रेडो काबालेरो, फ्रांको अमार्नी, नाहुएल गुजमान

डिफेंडर : गेब्रिएल मासेर्डो, जेवियर माशेरानो, निकोल्स ओटामेंडी, फेडरिको फाजियो, मार्कोस रोजो, निकोल्स टागलियाफिको, क्रिस्टियन एंसाल्डी, मार्कोस अकुना

मिडफील्डर : लुकास बिगलिया, एडुआडरे साल्वियो, एवेर बानेगा, एंगेल डी मारिया, एंजो पेरेज, गियोवानी लो सेल्सो, मैक्सीमिलियानो मेजा

फारवर्ड : लियोनेल मेसी, सर्गियो अगुएरो, गोंजालो हिगुएन और पाउलो डेबाला

Sports LIVE

ABP Shorts

और देखें
Advertisement
Advertisement
25°C
New Delhi
Rain: 100mm
Humidity: 97%
Wind: WNW 47km/h
Advertisement

टॉप हेडलाइंस

'हम न झुकेंगे, न दबेंगे, विपक्ष की आवाज का गला घोटना बन गया है नियम', खरगे का सभापति धनखड़ पर निशाना
'हम न झुकेंगे, न दबेंगे, विपक्ष की आवाज का गला घोटना बन गया है नियम', खरगे का सभापति धनखड़ पर निशाना
2027 में यूपी विधानसभा चुनाव के साथ होंगे लोकसभा इलेक्शन? इस नेता के दावे से सियासी हलचल
2027 में यूपी विधानसभा चुनाव के साथ होंगे लोकसभा इलेक्शन? इस नेता के दावे से सियासी हलचल
सुप्रीम कोर्ट ने कहा- गुजारा भत्ता का मकसद पति को दंडित करना नहीं, इसे तय करते समय अदालतें इन 8 बातों का रखें ध्यान
सुप्रीम कोर्ट ने कहा- गुजारा भत्ता का मकसद पति को दंडित करना नहीं, इसे तय करते समय अदालतें इन 8 बातों का रखें ध्यान
IND vs AUS: तीसरे टेस्ट में ऐसी हो सकती है भारत-ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग इलेवन, जानें पिच रिपोर्ट और मैच प्रिडिक्शन
तीसरे टेस्ट में ऐसी हो सकती है भारत-ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग इलेवन, जानें पिच रिपोर्ट और मैच प्रिडिक्शन
Advertisement
ABP Premium

वीडियोज

Bollywood News: शेन आलिया की शादी में सितारो की जमी महफिल  | KFHYeh Rishta Kya Kehlata Hai:Abhira अपने भाई Abhir को मनाने में होगी कामयाब, SIBLING BondPlaces Of Worship Act पर Supreme Court में सुनवाई के दौरान क्या-क्या हुआ, विस्तार से सुनिएPlace Of Worship Act:अगली तारीख तक मंदिर-मस्जिद से जुड़े नए मुकदमों पर रोक, सर्वे पर भी लगा स्‍टे |

फोटो गैलरी

पर्सनल कार्नर

टॉप आर्टिकल्स
टॉप रील्स
'हम न झुकेंगे, न दबेंगे, विपक्ष की आवाज का गला घोटना बन गया है नियम', खरगे का सभापति धनखड़ पर निशाना
'हम न झुकेंगे, न दबेंगे, विपक्ष की आवाज का गला घोटना बन गया है नियम', खरगे का सभापति धनखड़ पर निशाना
2027 में यूपी विधानसभा चुनाव के साथ होंगे लोकसभा इलेक्शन? इस नेता के दावे से सियासी हलचल
2027 में यूपी विधानसभा चुनाव के साथ होंगे लोकसभा इलेक्शन? इस नेता के दावे से सियासी हलचल
सुप्रीम कोर्ट ने कहा- गुजारा भत्ता का मकसद पति को दंडित करना नहीं, इसे तय करते समय अदालतें इन 8 बातों का रखें ध्यान
सुप्रीम कोर्ट ने कहा- गुजारा भत्ता का मकसद पति को दंडित करना नहीं, इसे तय करते समय अदालतें इन 8 बातों का रखें ध्यान
IND vs AUS: तीसरे टेस्ट में ऐसी हो सकती है भारत-ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग इलेवन, जानें पिच रिपोर्ट और मैच प्रिडिक्शन
तीसरे टेस्ट में ऐसी हो सकती है भारत-ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग इलेवन, जानें पिच रिपोर्ट और मैच प्रिडिक्शन
Sidharth Shukla Birth Anniversary: शहनाज गिल को सता रही है सिद्धार्थ शुक्ला की याद, सोशल मीडिया पर यूं बयां किया दर्द
शहनाज को सता रही है सिद्धार्थ की याद, सोशल मीडिया पर यूं बयां किया दर्द
Opinion: कोई रेल 'सब्सिडी' नहीं, उच्च किराया है जबरन वसूली
Opinion: कोई रेल 'सब्सिडी' नहीं, उच्च किराया है जबरन वसूली
क्या बला है कावासाकी डिजीज, जिसकी चपेट में आ चुका है मुनव्वर फारूकी का बेटा, जानें लक्षण
कहीं आपके बच्चे को भी तो नहीं मुनव्वर फारूकी के बेटे वाली बीमारी
हजारों फीट की ऊंचाई पर प्लेन में एक छेद हो जाए तो क्या होगा? ये है जवाब
हजारों फीट की ऊंचाई पर प्लेन में एक छेद हो जाए तो क्या होगा? ये है जवाब
Embed widget