भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली के नाम एक और उपलब्धि जुड़ गयी है. विजडन क्रिकेटर्स अलमानैक ने उन्हें पिछले दशक का सर्वश्रेष्ठ वन डे क्रिकेटर घोषित किया है. विराट ने इस दशक में शानदार प्रदर्शन करते हुए 60 की औसत से 11 हजार से ज्यादा रन बनाए. इस दौरान उन्होंने वन डे में 42 शतक लगने का कारनामा भी किया. मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर और महान भारतीय ऑलराउंडर कपिल देव के बाद इस अवॉर्ड को जीतने वाले कोहली तीसरे भारतीय खिलाड़ी हैं. 


विजडन क्रिकेटर्स अलमानैक हर दस साल में इस अवॉर्ड की घोषणा करता है. इस दौरान 10 सालों में वन डे क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ी को ये खिताब दिया जात है. कोहली को ये अवॉर्ड एकदिवसीय क्रिकेट में साल 2011 से 2020 तक के उनके प्रदर्शन के लिए दिया गया है. इस दौरान वो 2011 में क्रिकेट विश्व कप और 2013 में चैम्पियंस ट्रॉफी का खिताब जीतने वाली भारतीय टीम का भी हिस्सा रहे. पिछले दशक में कोहली और भारतीय टीम आईसीसी के द्वारा आयोजित पांच वन डे इंटरनैशनल टूर्नामेंट में से किसी में भी सेमीफाइनल के दौर से पहले बाहर नहीं हुयी है.


सचिन थे 90 के दशक के सर्वश्रेष्ठ एकदिवसीय खिलाड़ी


महान बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर को विजडन क्रिकेटर्स अलमानैक ने 90 के दशक का सर्वश्रेष्ठ एकदिवसीय खिलाड़ी घोषित किया था. तेंदुलकर ने इस दौर में सलामी बल्लेबाज के तौर पर कई रिकॉर्ड  अपने नाम किए थे. साल 1998 में उन्होंने वन डे क्रिकेट में नौ शतक लगाए थे. एक कैलेंडर ईयर में किसी बल्लेबाज द्वारा किया गया ये अब तक का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है. 


80 के दशक में भारत के महान ऑलराउंडर कपिल देव को इस खिताब से नवाजा गया था. उन्होंने उस दशक में गेंदबाज के तौर पर सबसे ज्यादा विकेट लेने के साथ साथ सबसे ज्यादा स्ट्राइक रेट के साथ 1000 से अधिक रन भी बनाए थे. हालांकि उस साल का उनका सबसे अहम पल 1983 में आया था जब उनकी कप्तानी में भारत ने वेस्टइंडीज को हराकर पहली बार विश्व कप पर कब्जा जमाया था.


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