World Athletics Championships: 4x400 मीटर में मेडल जीतने से चूकी टीम इंडिया, पारुल चौधरी के नाम बना नेशनल रिकॉर्ड
World Athletics Championships 2023: भारत को विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 में पुरुषों की चार गुणा 400 मीटर रिले रेस में मेडल नहीं मिल सका. टीम इंडिया पांचवें नंबर पर रही.
World Athletics Championships 4x400m Relay Race Final: विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप 2023 में नीरज चोपड़ा ने जैवलिन थ्रो में भारत को गोल्ड मेडल दिलाया. लेकिन पुरुषों की चार गुणा 400 मीटर रिले रेस में मेडल नहीं मिल सका. टीम इंडिया इसमें पांचवें स्थान पर रही. भारत के लिए इस रेस में अमोज जैकब, राजेश रमेश, मोहम्मद अनस याहिया और मुहम्मद अजमल वरियाथोडी ने हिस्सा लिया. टीम इंडिया ने इस दौड़ को 2 मिनट और 59.92 सेकेंड में पूरा किया.
पुरुषों की चार गुणा 400 मीटर रिले रेस में यूएस ने विश्व रिकॉर्ड बनाते हुए गोल्ड मेडल जीता. यूएस ने 2 मिनट 57.31 सेकेंड में रेस को पूरा किया. फ्रांस ने सिल्वर मेडल जीता. उसने 2 मिनट और 58.45 सेकेंड में रेस को पूरा किया. ब्रिटेन ने ब्रॉन्ज मेडल अपने नाम किया. उसने 2 मिनट और 58.71 सेकेंड में रेस को पूरा किया. जमैका की टीम चौथे स्थान पर रही. वहीं टीम इंडियां पांचवें नंबर पर रही.
टीम इंडिया ने चार गुणा 400 मीटर रिले रेस के क्वालिफाइंग राउंट में अच्छा परफॉर्म किया था. भारतीय खिलाड़ियों ने इतिहास रचते हुए पहली बार फाइनल में जगह बनाई थी. टीम इंडिया ने इस दौरान 2 मिनट और 59.05 सेकेंड का समय लिया था. टीम इंडिया ने एशियाई रिकॉर्ड तोड़ा था. इसका पिछला रिकॉर्ड 2 मिनट और 59.51 सेकेंड था.
वहीं महिलाओं की 3000 मटर स्टीपचेज के फाइनल में पारुल चौधरी बेहतर परफॉर्म नहीं कर सकीं. पारुल को इस इवेंट में 11वां स्थान मिला. पारुल ने 9 मिनट और 15.31 सेकेंड में रेस को पूरा किया. उन्होंने नेशनल रिकॉर्ड बनाया. पारुल ने रिकॉर्ड के साथ ही पेरिस ओलंपिक 2024 के लिए क्वालिफाई कर लिया है.
गौरतलब है कि जैवलिन थ्रो में भारत को नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल दिलाया. उन्होंने फाइनल में 88.17 मीटर की दूरी तक भाला फेंका. नीरज का पहला थ्रो फाउल था. लेकिन दूसरे थ्रो में वे कामयाब हो गए. इस इवेंट में पाकिस्तान के अरशद नदीम ने भी हिस्सा लिया. उन्होंने सिल्वर मेडल जीता. अरशद ने 87.82 मीटर की दूरी तक भाला फेंका.
यह भी पढ़ें : Asia Cup 2023: एशिया कप में नहीं होगा कोहली और नवीन उल हक का आमना-सामना, अफगानिस्तान स्क्वाड में नहीं मिली जगह