(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
World Athletics U20 Championships: शैली सिंह ने भारत को दिलाया सिल्वर मेडल, सिर्फ एक सेंटीमीटर से चूकीं गोल्ड
17 साल की शैली ने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन वह गोल्ड मेडल नहीं जीत सकीं और उन्हें सिल्वर से संतोष करना पड़ा.
World Athletics U20 Championships: भारत की शैली सिंह ने अपने निजी सर्वश्रेष्ठ 6.48 मीटर में सुधार कर वर्ल्ड एथलेटिक्स अंडर-20 चैंपियनशिप के अंतिम दिन महिला लंबी कूद फाइनल में 6.59 मीटर का जम्प कर सिल्वर मेडल (रजत पदक) जीता. 17 साल की शैली ने शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन वह गोल्ड मेडल नहीं जीत सकीं और उन्हें सिल्वर से संतोष करना पड़ा. शैली को पूर्व जम्पर बॉबी जॉर्ज और उनकी पत्नी अंजू बॉबी जॉर्ज कोचिंग देते हैं.
शैली ने तीसरे प्रयास में 6.59 मीटर का जम्प कर बढ़त ली, लेकिन स्वीडन की माजा असकाग ने चौथे प्रयास में 6.60 मीटर का जम्प किया और स्वर्ण पदक अपने नाम कर लिया. तीसरे प्रयास के बाद शैली के अगले दो प्रयास फाउल रहे और वह छठे तथा फाइनल जम्प में 6.37 मीटर का जम्प ही कर सकीं. माजा ने इसके साथ ही चैंपियनशिप में महिला ट्रिपल जम्प में भी स्वर्ण पदक जीता.
शैली के रजत पदक जीतने के साथ ही भारत ने इस चैंपियनशिप में अपना तीसरा पदक जीता. उनसे पहले अमित खत्री ने रजत और चार गुणा 400 मिक्सड रिले टीम ने कांस्य पदक जीता था.
एक सेंटीमीटर से गोल्ड मेडल से चूकीं
17 साल की शैली लंबी कूद में गोल्ड मेडल जीत सकती थीं, लेकिन वह सिर्फ एक सेंटीमीटर से चूक गईं. इस भारतीय खिलाड़ी ने 6.59 मीटर की कूद के साथ अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया. वहीं स्वीडन की मौजूदा यूरोपीय जूनियर चैम्पियन माजा अस्काग ने 6.60 मीटर के साथ स्वर्ण पदक अपने नाम किया.
शैली स्पर्धा के बाद अपनी भावनाओं पर काबू नहीं रख सकीं और उन्होंने नम आंखों के साथ कहा, "मैं 6.59 मीटर से भी बेहतर कूद सकती थी और स्वर्ण जीत सकती थी. मेरी मां ने मुझे स्वर्ण पदक के बाद स्टेडियम में गाए जाने वाले राष्ट्रगान के बारे में बताया था (लेकिन मैं ऐसा नहीं कर सकी)."
उन्होंने कहा, "मैं 17 साल की हूं, मैं अगली अंडर-20 विश्व चैम्पियनशिप में स्वर्ण पदक जीतना चाहती हूं. अगले साल एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन होना है और मैं उन प्रतियोगिताओं में अच्छा करना चाहती हूं."
उनके कोच बॉबी जॉर्ज कहा कि छलांग लगाने के बाद नीचे आते समय उससे मामूली तकनीकी चूक हो गयी, नहीं तो वह स्वर्ण जीत सकती थी. उन्होंने कहा, "वह स्पर्धा के बाद रो रही थी, उसे पता था कि वह स्वर्ण जीत सकती थी. छलांग से नीचे आते समय कुछ तकनीकी समस्या हो गयी नहीं तो वह 6.65 से 6.70 मीटर की दूरी तय कर सकती थी."