WTC Final: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में भारत की हार के बाद क्रिकेट जगत के तमाम दिग्गज मैच को लेकर अपनी राय जाहिर कर रहे हैं. अब न्यूजीलैंड के पूर्व कप्तान ब्रेंडन मैकुलम ने बताया है कि आखिर भारत के खिलाफ न्यूजीलैंड ने कैसे जीत दर्ज कर इतिहास रच दिया. मैकुलम का मानना है कि फाइनल मुकाबले के छठे और रिजर्व डे पर तेज गेंदबाज काइल जेमीसन से गेंदबाजी की शुरुआत कराना न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियम्सन का मास्टरस्ट्रोक रहा.


कोहली और पुजारा का विकेट रहा टर्निंग पॉइंट
मैकुलम का मानना है कि विराट कोहली और चेतेश्वर पुजारा के विकेट गिरना मैच का टर्निंग पॉइंट रहा. जेमीसन ने छठे दिन के पहले सत्र में कोहली को 13 रन और पुजारा को 15 रनों के निजी स्कोर पर आउट कर भारतीय पारी लड़खड़ा दी थी. इसके बाद भारतीय टीम का कोई भी बल्लेबाज टिक नहीं सका और टीम 170 रन के स्कोर पर ढेर हो गई. 


जेमीसन की गेंदबाजी को बताया मास्टरस्ट्रोक
मैकुलम ने एक स्पोर्ट्स वेबसाइट से बातचीत में कहा कि, "मेरे ख्याल से विलियम्सन का जेमीसन से गेंदबाजी की शुरूआत कराना मास्टरस्ट्रोक साबित हुआ. उनकी लंबाई और रिलीज प्वाइंट ने भारतीय बल्लेबाजों को मुश्किल में डाला. वह ओपनिंग कर सकते हैं और एक बार ऐसा होने से ही टीम में आत्मविश्वास बढ़ गया."


मैकुलम बोले- लक्ष्य का पीछा करना चुनौतीपूर्ण था
2015 विश्व कप के फाइनल में न्यूजीलैंड की कप्तानी करने वाले मैकुलम इस बाते से खुश हैं कि विलियम्सन और रॉस टेलर ने जीत की प्रक्रिया पूरी की. मैकुलम ने कहा, "लक्ष्य का पीछा करना चुनौतीपूर्ण था और 140 रन भी भारी लग रहे थे, खासकर तब जब आपको पता है कि यहां जोखिम नहीं उठा सकते. लेकिन न्यूजीलैंड के दो महान बल्लेबाजों ने इसे पूरा किया. आपने अगर विलियम्सन और टेलर का चेहरा देखा हो तो आपको पता चलेगा कि उनके लिए यह जीत क्या मायने रखती है."


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