प्रयागराज: कोरोना का संक्रमण फैलाने और मरीजों की ज़िंदगी खतरे में डालने वाले 80 से ज़्यादा प्राइवेट अस्पतालों पर चला प्रशासन का चाबुक
प्रयागराज में निजी अस्पतालों पर प्रशासन सख्त हो गया है. कोरोना मरीजों के साथ लापरवाही बरतने पर कई अस्पतालों पर कार्रवाई की गई है. यही नहीं, सात अस्पताल सील कर दिये गये हैं.
प्रयागराज. देश इन दिनों कोरोना की महामारी से जूझ रहा है. तमाम डॉक्टर्स अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना पीड़ितों की ज़िंदगी बचाने में लगे हुए हैं, लेकिन कुछ लालची मेडिकल स्टाफ इस आपदा को भी अवसर में बदलने से बाज नहीं आ रहे हैं. पैसे कमाने के चक्कर में ये न सिर्फ कोरोना के संक्रमण को और बढ़ाने में मददगार बन रहे हैं, बल्कि कई पीड़ितों व संदिग्धों की ज़िंदगी से खिलवाड़ करने में भी नहीं हिचक रहे हैं. प्रयागराज में प्राइवेट हॉस्पिटल या नर्सिंग होम चलाने वाले कई डॉक्टर्स व दूसरे लोग भी इस मुश्किल वक्त में अपनी जेबें भरने के लिए लोगों का जीवन दांव पर लगाने में नहीं हिचक रहे हैं. ऐसे बेरहम नर्सिंग होम संचालकों पर प्रयागराज का सरकारी अमला अब सख्ती बरतने लगा है.
एक अस्पताल का लाइसेंस सस्पेंड
प्रयागराज के सीएमओ ने पॉजिटिव मरीज की सूचना को छिपाने, बिना अनुमति इलाज करने और मेडिकल प्रोटोकॉल का पालन करने के साथ ही अपने हॉस्पिटल्स में कोविड हेल्प डेस्क नहीं बनाने वाले अस्सी से ज़्यादा प्राइवेट हॉस्पिटल के खिलाफ कार्रवाई की शुरुआत कर दी है. इनमे से एक प्राइवेट हॉस्पिटल का लाइसेंस सस्पेंड कर दिया गया है. सात अस्पतालों को सील कर दिया गया है और उनमे लोगों के इलाज पर पाबंदी लगा दी गई है तो साथ ही चौहत्तर प्राइवेट अस्पतालों व नर्सिंग होम संचालकों को नोटिस जारी कर दिया गया है. इनमे से जिनके जवाब संतोषजनक नहीं पाए जाएंगे, उनके खिलाफ आने वाले दिनों में सील करने, लाइसेंस सस्पेंड या निरस्त करने व दूसरी तरह की कार्रवाई की जाएगी.
प्रशासन को कोरोना मरीज की जनकारी नहीं दी
प्रयागराज के सीएमओ डा० जीएस बाजपेई के मुताबिक़ जिन अस्पतालों को सील किया गया है, उनमे से कई ने अनुमति न होने के बावजूद कोरोना मरीजों को अपने यहां भर्ती किया या फिर पॉजिटिव मरीजों के बारे में प्रशासन को जानकरी नहीं दी और वह बाहर घूमते हुए संक्रमण फैलाते रहे. कई ने मरीज की हालत बिगड़ने पर प्रशासन को जानकारी देते हुए उनका अस्पताल सरकारी अस्पतालों में कराने की गुहार लगाई.
आगे भी जारी रहेगी कार्रवाई
सीएमओ डा० बाजपेई के मुताबिक़ इन प्राइवेट अस्पतालों के संचालकों व डॉक्टर्स की वजह से ही प्रयागराज में बड़ी संख्या में कोरोना मरीजों की मौत हुई है. अगर इन्होंने इनके संक्रमित होने की जानकारी होते ही प्रशासन को जानकारी दे दी होती, तो वक्त पर सही इलाज होने से उनकी हालत गंभीर न होती और कई लोगों की जान बच जाती. सीएमओ के मुताबिक़ इस तरह की कार्रवाई अब लगातार जारी रहेगी.
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