दो साल बाद पुष्कर में शुरु हुई पशुपालक की आवाजाही शुरू 21 नवंबर तक चलेगा पशु मेला
पुष्कर कोरोना महामारी के बाद से अब दो साल के बाद सादगी से पुष्कर पशु मेला फिर शुरु हो गया है.
पुष्कर कोरोना महामारी के बाद से अब दो साल के बाद सादगी से पुष्कर पशु मेला फिर शुरु हो गया है ,राजस्थान सहित पंजाब, गुजरात, मध्यप्रदेश और अन्य प्रांतों से पशुपालक ऊंट, घोड़े, गाय और अन्य पशु लेकर पहुंचे हैं पशुपालन विभाग की ओर से नए मेला मैदान में आने वाले पशुओं की गणना करने के विभिन्न मार्गों पर दस चौकियां स्थापित की गई है. दो मोबाइल टीमें भी तैनात की गई हैं
फिर लगी राजस्थान के जहाज की भीड़
मेले में पशुपालकों व पशुओं की आवक बढ़ गई. वर्षों से सूने पड़े नए मेला मैदान के धोरों में रौनक लौट गई. अश्वों के साथ ही ऊंटों की आवक निरन्तर बनी हुई है. कोराना गाइड लाइन के कारण इस बार किसी प्रकार के सांस्कृतिक आयोजन नहीं होंगे लेकिन जिला प्रशासन की ओर से पशुपालकों व मेलार्थियों को तमाम सुविधाएं दी गई हैं.
विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. माथुर ने कार्यालय जाकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया. पुष्कर के नए मेला मैदान में 514 बीघा जमीन पर इस बार पुष्कर पशु हाट मेले का आयोजन किया जा रहा है. पशुपालकों के लिए बिजली की व्यवस्था की जा रही है. साथ ही पेयजल वितरण शुरू कर दिया गया है. मेला 21 नवम्बर तक चलेगा.
ये भी पढे