दिल्ली, एबीपी गंगा। जिस चीन से सारी दुनिया में कोरोना फैला और लोगों को घरों में बंद होने को मजबूर होना पड़ा. उसी चीन के नागरिक ने सबसे पहले ताजमहल का दीदार किया. बता दें कि कोरोना के चलते ताजमहल बंद था. इसके बंद होने के पीछे वजह भी वही बीमारी है जो पूरी दुनिया में चीन से फैली. जिसकी वजह से पर्यटन स्थल बंद गए, लोगों का घरों से निकलना बंद हो गया. अब जब वापस धीरे-धीरे सरकार एक-एक कर सब बंद स्थानों को खोल रही है तो ऐसे में चीन के लियांग शी शेंग ने सबसे पहले ताजमहल का दीदार किया.


उल्लेखनीय है कि कोरोना महामारी फैलने के डर से जब सरकार ने लॉकडाउन किया तो सब कुछ बंद कर दिया. ताजमहल को भी पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया. आगरा का किला भी पर्यटकों के लिए बंद हो गया. इन्हें लॉकडाउन के पहले ही 17 मार्च को बंद कर दिया था. जिसके बाद अब पूरे 188 दिन बीत गए. आज किला और ताजमहल दोनों को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया.


इन नियमों का करना होगा पालन
भले सरकार ने ताजमहल को पर्यटकों के लिए खोल है. लेकिन पर्यटकों को सरकार की ओर से जारी कोविड-19 गाइडलाइन्स का पालन करना होगा. फिलहाल, पर्यटकों की गेट पर थर्मल स्कैनिंग की जा रही है. उसके बाद ही अंदर जाने दिया जा रहा है. नये दिशानिर्देश के मुताबिक ताजमहल में एक दिन में अधिकतम पांच हजार और आगरा किला में अधिकतम 2,500 पर्यटकों को ही प्रवेश मिलेगा. दोनों स्मारकों पर टिकट खिड़की बंद रहेगी.


ऑनलाइन लेनी होगी टिकट
पर्यटकों को एएसआई की वेबसाइट से ऑनलाइन टिकट बुक करनी होगी. स्मारकों पर क्यूआर कोड को स्कैन करने के बाद प्रवेश मिलेगा. इस संबंध में पुरातत्व विभाग के अधिकारियों का कहना है कि ताजमहल और आगरा किला में मानक परिचालन प्रक्रिया (एसओपी) का पालन कराया जाएगा. उन्होंने बताया कि ताजमहल में शाहजहां और मुमताज की मुख्य मकबरे में स्थित कब्रों वाले कक्ष में एक बार में पांच लोग जा सकेंगे, संग्रहालय भी पर्यटकों के लिए खुला रहेगा. पर्यटकों को पार्किंग समेत सभी भुगतान डिजिटल माध्यम से करना होगा.


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