दिल्ली, एबीपी गंगा। अयोध्या में बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराए जाने के मामले में आज सालों बाद फैसला आना है. फैसले में कोर्ट क्या तय करता है ये अभी वक्त के गर्भ में है. गौरतब है कि इससे पहले राम मंदिर को लेकर फैसला आ चुका है.


इस फैसले को लेकर अलग-अलग पक्षों की राय अलग -अलग है. आरोपी पक्ष के कुछ लोग इस फैसले में सजा सुनाए जाने पर भी गर्व महसूस करने की बात कह रहे हैं तो वहीं बाबरी पक्ष के कुछ लोग इस फैसले में सजा सुनाने की बात कह रह हैं. ताकि इस मामले को एक नजीर बनाया जा सके. हालांकि, कुछ लोगों की राय बिल्कुल जुदा है. इसी कड़ी में बाबरी के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी का नाम शामिल है.


बाबरी मस्जिद के पक्षकार रहे इकबाल अंसारी कहते हैं कि अब इस मुकदमे को समाप्त कर देना चाहिए. कोर्ट को चाहिए वह सभी को बरी कर दे. उन्होंने इसके पीछे तर्क दिया कि सुप्रीम कोर्ट से फैसला मंदिर के हक में आ चुका है. इसीलिए अब इस मुकदमे को खत्म कर देना चाहिए. ऐसा नहीं होने पर हिंदू-मुस्लिम सौहार्द को खतरा है. उन्होंने कहा कि मामले में आरोपी रहे कई लोगों की मौत हो चुकी है तो वहीं कई अब काफी बुजुर्ग हो गए हैं. अंसारी की तरह की ही मांग विनय कटियार भी कर रहे हैं. वे भी कहते हैं कि मुकदमों को खत्म कर देना चाहिए.


28 साल से चल रहा है मुकदमा
गौरतलब है कि अयोध्या में स्थित बाबरी मस्जिद का ढांचा गिराए जाने का मामला पिछले करीब 28 सालों से चल रहा है. इस मामले में कुल 49 लोगों को आरोपी बनाया गया था. इनमें से 17 की मौत हो चुकी है. कोर्ट बाकी बचे सभी 32 मुख्य आरोपियों पर आज फैसला सुनाएगा. कोर्ट ने सभी 32 आरोपियों को सुनवाई में व्यक्तिगत तौर पर शामिल होने को कहा है. हालांकि कोविड-19 की वजह से उम्रदराज और बीमार आरोपियों को व्यक्तिगत पेशी से छूट मिलने की संभावना है.


ये हैं मुख्य आरोपी
इस मामले में मुख्य आरोपियों में बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती, कल्याण सिंह, विनय कटियार, राम विलास वेदांती, ब्रज भूषण शरण सिंह शामिल हैं. इनके अलावा महंत नृत्य गोपाल दास, चम्पत राय, साध्वी ऋतम्भरा, महंत धरमदास भी मुख्य आरोपियों में हैं.


इन आरोपियों का हुआ निधन
बाल ठाकरे, अशोक सिंघल, आचार्य गिरिराज किशोर, विष्णु हरि डालमिया, महंत अवैद्यनाथ, महंत परमहंस दास, महामंडलेश्वर जगदीश मुनि, बैकुंठ लाल शर्मा प्रेम, डॉ सतीश नागर, शिवसेना नेता मोरेश्वर साल्वे, तत्कालीन एसपी डीवी रे, विनोद कुमार वत्स, रामनारायण दास, हरगोबिंद सिंह, लक्ष्मी नारायण दास महात्यागी, रमेश प्रताप सिंह और विजयराजे सिंधिया ये वो आरोपी हैं जिनका निधन हो चुका है.


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