बरेली. कोरोना से मरने वाले युवक की ऑडियो, वीडियो और मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल, ऑडियो, वीडियो और मैसेज वायरल होने से लखनऊ तक मचा हड़कम्प, परिजनों ने लगाया एक स्वस्थ्य युवक की हत्या का आरोप, मुख्यमंत्री से की गई मामले की शिकायत, मुख्यमंत्री ने दिए सीएमओ को जांच के आदेश, एसआरएमएस मेडिकल कालेज के डॉक्टरो पर लगा युवक को मारने का आरोप, 35 साल के युवक के 2 मासूम बच्चे और एक पत्नी, परिजनों का रो रो कर बुरा हाल, बहेड़ी थाना क्षेत्र के मलहपुर का मामला।*


उत्तर प्रदेश के बरेली में एक 35 साल के युवक की कोरोना से मौत के बाद अस्पताल प्रबंधन पर कई गंभीर आरोप लग रहे हैं. मौत से पहले युवक के ऑडियो, वीडियो और मैसेज से बरेली से लेकर लखनऊ तक हड़कंप मचा हुआ है. मुख्यमंत्री ने मामले की जांच के आदेश मुख्य चिकित्सा अधिकारी, बरेली को दिए हैं.


रुह कंपाने वाला है मैसेज


मृतक युवक का नाम सुरेश है. उसका दर्द भरा ऑडियो मैसेज वायरल हो रहा है. बहेड़ी के मलहपुर निवासी मृतक सुरेश के पिता सीताराम का आरोप है कि उनका बेटा बरसात में भीग गया था, जिस वजह से उसे सर्दी जुखाम हो गया था. इलाज के लिये वह बाइक से 70 किलोमीटर दूर बरेली के राजेन्द्र नगर स्थित गंगशील हॉस्पिटल में खुद बाइक चलाकर आया और डॉक्टर को दिखाया. डॉक्टर ने भर्ती किया और फिर कोरोना टेस्ट हुआ तो उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आ गई. जिसके बाद सुरेश को श्रीराम मूर्ति मेडिकल कॉलेज ( एसआरएमएस ) में भर्ती कराया गया. जिसके बाद वहां पर उसे सही इलाज नहीं दिया गया. सुरेश ने खुद ऑडियो, वीडियो मैसेज करके घर वालों को बताया कि डॉक्टर कह रहे हैं कि इसे मार देंगे. उसे न तो कुछ खाने को दिया गया और न ही कुछ पीने को. बल्कि उसके हाथ पैर बांध दिए गए. जिससे उसकी 18 जुलाई को मौत हो गई और 19 जुलाई को उसके शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया. परिवार वालों को तो डेडबॉडी भी नहीं दिखाई गई. परिजनों का आरोप है कि सुरेश को डॉक्टरों ने मारा है.


मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंची शिकायत


32 साल के सुरेश के दो बेटे हैं, एक पांच साल का और एक ढाई साल का है. सुरेश की मौत के बाद उसका परिवार बिखर गया है. उसकी पत्नी और मां का रो -रो कर बुरा हाल है. पत्नी उर्मिला का आरोप है कि उसके पति को मारा गया है. परिजनों ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और डीएम नीतीश कुमार से शिकायत की है.


वहीं, इस मामले में मुख्यमंत्री कार्यालय से सीएमओ डॉ विनीत कुमार शुक्ला को जांच कर कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं. सीएमओ का कहना है कि ये बहुत ही दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक युवा पुरुष की मौत हो गई है. इस मामले में जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी.


गौरतलब है कि अस्पतालों में लगातार कोरोना मरीजों के इलाज में लापरवाही के आरोप लग रहे हैं. ऐसे में जरूरत है सरकार को सख्त कदम उठाने की.


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