पटनाः बिहार में शनिवार को कोविड-19 के 1,667 नये मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या 25,000 के करीब, जबकि चार और मौतों के साथ मृतकों की संख्या 177 तक पहुंच गई. इस माह के शुरुआती 18 दिनों में संक्रमण के मामले 2.5 गुना बढ़ गए. बिहार में मरीजों के ठीक होने की दर भी एक जुलाई के 77.52 प्रतिशत से घटकर 63.17 प्रतिशत हो गई है.
24 घंटे में सामने आए एक हजार से ज्यादा मामले
स्वास्थ्य विभाग के बुलेटिन के अनुसार, राज्य में शनिवार को कोरोना वायरस के 1,667 मामले सामने आए हैं, जिससे संक्रमितों की कुल संख्या 24,967 पहुंच गई है. बुलेटिन के मुताबिक, संक्रमण के कारण चार और मरीजों की मौत हो गई, जिनमें से दो मौतें गया में हुई हैं, जबकि एक-एक मौत जहानाबाद और किशनगंज में हुई है. अब तक पटना में सबसे अधिक 28 मौतें हुई हैं, जिसके बाद भागलपुर में 16, गया में 13, दरभंगा में 10, मुजफ्फरपुर में आठ और पूर्वी चंपारण, बेगूसराय, समस्तीपुर और नालंदा में सात-सात मौतें हुई हैं.
24 हजार से ज्यादा हुई संक्रमितों की संख्या
बिहार में 1 जुलाई को 10,075 मामले थे, जो अब बढ़कर 24,967 हो गई है, यानी केवल 18 दिनों में संक्रमण के मामलों में 2.5 गुना की वृद्धि हुई है. यदि इसकी एक महीने पहले के आंकड़े से तुलना की जाए, तो मामलों में वृद्धि 3.5 गुना हुई है. 18 जून को 6,993 मामले थे. बिहार में संक्रमण के मामलों में तेज वृद्धि के कारण 31 जुलाई तक पूर्ण लॉकडाउन लगाया गया है.
तीन सदस्यीय विशेषज्ञ टीम पहुंच रही
इस बीच, दिल्ली से विशेषज्ञों की तीन सदस्यीय टीम रविवार को राज्य की स्थिति का जायजा लेने के लिए रविवार को यहां पहुंच रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की टीम का नेतृत्व इसके संयुक्त सचिव लव अग्रवाल कर रहे हैं. राष्ट्रीय रोग नियंत्रण केंद्र के निदेशक डॉ एस के सिंह और एम्स, नई दिल्ली के मेडिसिन विभाग के एसोसिएट प्रोफेसर डॉ नीरज निश्छल केंद्रीय टीम के अन्य दो सदस्य हैं.
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