बिहारः पटना में शुरू हुई एंटीजन टेस्टिंग की सुविधा, शिकायतों के निवारण के लिए सपोर्ट टीम का भी गठन
फिलहाल पटना के 25 अस्पतालों में एंटीजन टेस्ट की सुविधा शुरू की गई है. जल्द ही ये टेस्ट राज्य के अन्य जिलों में भी उपलब्ध कराया जाएगा.
पटना: बिहार में कोरोना विस्फोटक स्थिति में पहुंच गया है. रोजाना सैकड़ों नए मरीज मिल रहे हैं. ऐसे में स्थिति से निपटने और उसकी रोकथाम के लिए किए जा रहे प्रयास, साथ ही नदियों के बढ़ते जलस्तर को नियंत्रित करने के लिए किए जा रहे काम की जानकारी शनिवार को सचिव सूचना और जन सम्पर्क अनुपम कुमार, अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार, सचिव जल संसाधन संजीव हंस और अपर सचिव आपदा प्रबंधन रामचंद्र डू ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से दी.
कॉन्फ्रेंस के दौरान सूचना सचिव अनुपम कुमार ने बताया कि आज से पटना शहर के 25 अस्पतालों में एंटीजन टेस्ट की सुविधा शुरू की गई है, जो भी लक्षण वाले लोग हैं, वे इन अस्पतालों में जाकर अपनी जांच निःशुल्क करा सकते हैं. यह सुविधा जल्द ही राज्य के अन्य जिलों में भी शुरू की जाएगी.
वहीं जल संसाधन विभाग के अपर सचिव ने बताया कि बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है. नदियों का जलस्तर बढ़ने से अभी बिहार के 8 जिले- सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज एवं पूर्वी चम्पारण के कुल 30 प्रखंडों की 150 पंचायतें आंशिक रूप से प्रभावित हुई हैं, जहां जरूरत अनुसार राहत शिविर चलाए जा रहे हैं.
एंटीजन टेस्ट की शुरुआत, शिकायत निवारण के सपोर्ट टीम का गठन
सचिव, सूचना और जन-सम्पर्क अनुपम कुमार ने बताया कि कोरोना की मौजूदा स्थिति को लेकर सरकार सभी जरूरी कदम उठा रही है. आज से पटना शहर के 25 अस्पतालों में एंटीजन टेस्ट की सुविधा शुरू की गई है, जो भी लक्षण वाले लोग हैं, वे इन अस्पतालों में जाकर अपनी जांच निःशुल्क करा सकते हैं. आज पटना में काफी लोगों ने टेस्ट कराया है. एक तरह से यह ऑन डिमांड सुविधा है, जिससे लोगों को काफी राहत मिलेगी. इस प्रकार की सुविधा अन्य जिलों में जल्द शुरू करने को लेकर तैयारी की जा रही है.
उन्होंने बताया कि कई जगह के अस्पतालों से लोगों की कुछ शिकायतें भी सामने आ रही थीं. इसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने हर अस्पताल में विशेष रूप से जो कोरोना संक्रमण से निवारण के लिए डेडीकेटेड अस्पताल हैं, उनमें एक सपोर्ट टीम तैनात करने का निर्णय लिया है. इस सपोर्ट टीम में प्रशासनिक पदाधिकारी, हेल्थ मैनेजर्स और नॉन-क्लीनिकल एडमिनिस्ट्रेशन में हॉस्पिटल से जुड़े लोग रहेंगे.
सपोर्ट टीम मुख्यत लोगों की शिकायतों के निवारण, उनकी लाइजनिंग और बेहतर प्रबंधन बनाए रखने का काम करेगी. एक तरह से यह टीम कंट्रोल रूम के रूप में काम करेगी. विज्ञापन के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जायेगा.
अखबारों में टेलीफोन नंबर्स भी प्रकाशित किये जाएंगे ताकि कहीं से भी लोग स्वास्थ्य संबंधी परामर्श, आवश्यक सूचना देने के साथ-साथ अपनी शिकायतें भी दर्ज करा सकें. इस सपोर्ट टीम के लोग शिफ्ट में काम करेंगे ताकि लोगों को किसी प्रकार की समस्या न हो.
रोजगार सृजन पर जोर
अनुपम कुमार ने बताया कि रोजगार सृजन सरकार की प्राथमिकता है. लॉकडाउन पीरियड से लेकर अभी तक 05 लाख 51 हजार से अधिक योजनाओं में 11 करोड़ 05 लाख से अधिक मानव दिवसों का सृजन किया जा चुका है.
सचिव ने बताया कि गैर राशन कार्डधारी सुयोग्य परिवारों के लिए 23 लाख 38 हजार 990 नए राशन कार्ड बनाये जा चुके हैं. इनमें से अब तक 19 लाख 63 हजार 649 राशन कार्ड वितरित किये जा चुके हैं. इस प्रकार 84 प्रतिशत राशन कार्डों का वितरण किया जा चुका है.
बिहार में अभी 9 हजार से ज्यादा एक्टिव मामले
स्वास्थ्य विभाग के सचिव लोकेश कुमार सिंह ने प्रेस रिलीज के माध्यम से बताया कि कोरोना से पिछले 24 घंटे में 774 लोग स्वस्थ हुए हैं. अब तक 15,771 लोग कोविड-19 संक्रमण से स्वस्थ हो चुके हैं और इस प्रकार बिहार का रिकवरी रेट 63.17 प्रतिशत है.
17 जुलाई से अब तक कोविड-19 के 739 मामले सामने आए हैं, जबकि 16 जुलाई और पहले के 928 कोरोना संक्रमण के नये मामले सामने आये हैं. वर्तमान में बिहार में कोविड-19 के 9,018 एक्टिव मरीज हैं. सचिव, स्वास्थ्य ने बताया कि पिछले 24 घंटे में 10,502 सैंपल्स की जांच की गई है और अब तक किए गए कुल जांच की संख्या 3,68,232 है.
मास्क न पहनने वालों के खिलाफ कार्रवाई
अपर पुलिस महानिदेशक, पुलिस मुख्यालय जितेन्द्र कुमार ने बताया कि सरकार की ओर से 1 जुलाई से लागू अनलॉक-2 के तहत जारी गाइडलाइन का अनुपालन कराया जा रहा है. पिछले 24 घंटे में 02 कांड दर्ज किये गये हैं और 03 लोगों की गिरफ्तारी हुई है.
इस दौरान 1,654 वाहन भी जब्त किए गए हैं और 28 लाख 79 हजार 250 रुपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गई है. इस तरह 1 जुलाई से अब तक 10 कांड दर्ज किये गये हैं और 08 व्यक्तियों की गिरफ्तारी हुई है.
उन्होंने बताया कि कुल 13,159 वाहन जब्त किए गए हैं और 03 करोड़ 22 लाख 54 हजार 865 रुपए की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गई है. उन्होंने बताया कि मास्क न पहनने पर भी लगातार कार्रवाई की जा रही है. पिछले 24 घंटे में मास्क नहीं पहनने वाले 7,692 व्यक्तियों से 03 लाख 79 हजार रूपये की राशि जुर्माने के रूप में वसूल की गयी है. इस प्रकार 05 जुलाई से अब तक मास्क नहीं पहनने वाले 51,691 व्यक्तियों से 25 लाख 78 हजार 950 रूपये की जुर्माना राशि वसूल की गयी है.
कोविड-19 से निपटने के लिए उठाए जा रहे कदमों और नए दिशा-निर्देशों का पालन करने में अवरोध पैदा करने वालों के खिलाफ सख्ती से कदम उठाये जा रहे हैं.
खतरे के निशान से ऊपर बह रही नदियां, राहत शिविर बनाए गए
जल संसाधन विभाग के सचिव संजीव हंस ने राज्य के विभिन्न नदियों के जलस्तर के संबंध में विस्तृत जानकारी दी. उन्होंने बताया कि अभी तीन नदियां बागमती, अधवारा और खिरोई कई स्टेशन्स पर खतरे के निशान से ऊपर हैं तथा राइजिंग ट्रेंड में हैं. अधवारा नदी का जलस्तर सुंदरपुर गेज स्थल पर खतरे के निशान से 1.7 मीटर ऊपर है, जबकि खिरोई नदी कमतौल में खतरे के निशान से 1.21 मीटर ऊपर बह रही है. यह एकमी घाट दरभंगा में 44 सेंटीमीटर ऊपर है.
उन्होंने बताया कि बागमती का जलस्तर कटौंझा, हायाघाट और बेनीबाद गेज स्थलों पर खतरे के निशान से ऊपर है. कमला बलान नदी का जलस्तर झंझारपुर रेल पुल के पास खतरे के निशान से 0.60 मीटर ऊपर है, वहीं महानंदा नदी का जलस्तर पूर्णिया में ढेंगराघाट गेज स्थल पर खतरे के निशान से 37 सेंटीमीटर ऊपर है और यह राइजिंग ट्रेंड पर है. अगले 72 घंटों में महानंदा नदी के बेसिन में बारिश की भी संभावना है. उन्होंने बताया कि शेष नदियों का जलस्तर अभी स्टेबल है. इसके अलावा सभी बाढ़ सुरक्षात्मक तटबंध सुरक्षित हैं.
आपदा प्रबंधन विभाग के अपर सचिव रामचंद्र डू ने बताया कि बिहार की विभिन्न नदियों के बढ़े जलस्तर को देखते हुए आपदा प्रबंधन विभाग पूरी तरह से सतर्क है. नदियों का जलस्तर बढ़ने से अभी बिहार के 8 जिले- सीतामढ़ी, शिवहर, सुपौल, किशनगंज, दरभंगा, मुजफ्फरपुर, गोपालगंज एयर पूर्वी चम्पारण के कुल 30 प्रखंडों की 150 पंचायतें आंशिक रूप से प्रभावित हुई हैं. जहां जरूरत है वहां राहत शिविर चलाए जा रहे हैं.
उन्होंने बताया कि दरभंगा में 02 और गोपालगंज में 03 राहत शिविर चलाए जा रहे हैं, जहां करीब 2,000 लोग रह रहे हैं. उन्होंने बताया कि गोपालगंज में 08, सुपौल में 02, पूर्वी चंपारण में 08 और दरभंगा में 10 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं. इस प्रकार कुल 28 कम्युनिटी किचेन चलाए जा रहे हैं, जिनमें रोजाना लगभग 17,000 लोग भोजन कर रहे हैं. नेपाल के विराटनगर में 110 एमएम बारिश हुई है, जिसे ध्यान में रखते हुए विभाग ने संबंधित जिलाधिकारी को अलर्ट करा दिया है. उन्होंने बताया कि आपदा प्रबंधन विभाग सम्पूर्ण स्थिति पर लगातार निगरानी रख रहा है.
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