पटना : बिहार आज 'डिजिटल इंडिया अवार्ड' से नवाजा जाएगा. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद दिल्ली के विज्ञान भवन में बिहार को करेंगे पुरस्कृत. इस आयोजन के दौरान आइटी मंत्री रविशंकर प्रसाद भी विज्ञान भवन में मौजूद रहेंगे. बताते चलें कि कोरोना काल में बिहार सरकार की ओर से डिजिटल तरीके से लोगों को सहायता पहुंचाने के लिए किए गए प्रयासों के लिए राज्य को मिलेगा यह अवार्ड.



इस अवार्ड के लिए केंद्र और राज्य सरकारों के विभिन्न विभागों से 6 श्रेणियों में 190 आवेदन किए गए थे.जिसमें बिहार के मुख्यमंत्री सचिवालय, आपदा प्रबंधन विभाग और NIC को 'महामारी श्रेणी' में विजेता चुना गया है.



क्या है 'डिजिटल इंडिया अवार्ड'



सरकारी विभागों की तरफ से आम जनता के लिए तैयार किये गए उत्कृष्ट डिजिटल उत्पाद और सेवाओं के लिए केंद्र सरकार द्वारा दिया जाने वाला 'डिजिटल इंडिया अवार्ड' एक राष्ट्रीय स्तर का पुरस्कार है.बिहार सरकार के ‘आपदा संपूर्ति पोर्टल’ को महामारी में अनुकरणीय इनोवेशन के लिए सम्मानित किया गया है. इस पोर्टल को NIC की तकनीकी देखरेख में विकसित किया गया था.



मोबाइल एप से 21 लाख लोगों को वित्तीय सहायता दी गई थी




बताते चलें कि कोरोना महामारी को देखते हुए मार्च में जब लॉकडाउन की घोषणा की गई. उस दौरान बिहार के काफी लोग बाहर के राज्यों में फंसे हुए थे. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पहल पर बाहर फंसे लोगों जानकारी हासिल कर राहत पहुंचाई गई. कोरोना सहायता मोबाइल एप के जरिए 21 लाख से अधिक लोगों को आर्थिक मदद दी गई. 1.64 करोड़ राशन कार्डधारी परिवारों को तीन महीने का अग्रिम राशन और एक हजार रुपये दिए गए. नागरिकों तक गुणवत्तापूर्ण सेवाओं की पहुंचा बढ़ाने के मकसद से केंद्र सरकार लगातार नए डिजिटल समाधानों को मान्यता दे रही है. प्रदेश सरकार के आपदा संपूर्ति पोर्टल को महामारी में अनुकरणीय इनोवेशन के लिए सम्मानित किया गया है.



छह श्रेणियों में 190 प्रविष्टियां मिलीं



केंद्र सरकार एवं राज्य सरकारों के विभिन्न विभागों से छह श्रेणियों में 190 प्रविष्टियां पुरस्कार के लिए भेजी गई. मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, आपदा प्रबंधन के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत, अपर सचिव रामचंद्र डू और एनआइसी के शैलेश कुमार श्रीवास्तव और नीरज कुमार को डिजिटल इंडिया अवार्ड के लिए चुना गया.