पटनाः बिहार में राजधानी पटना समेत 16 जिले बाढ़ की तबाही झेल रहे हैं. बाढ़ से करीब 32 लाख लोग प्रभावित हैं. बाढ़ वाले जिलों में पूर्वी चंपारण भी शामिल है, जहां से आई तस्वीरों ने सरकारी कामकाज और दावों की फिर पोल खोल दी है. मोतिहारी में नेपाल से बहने वाली पसाह नदी का बांध टूट जाने से कई प्रमुख सड़कें तक बह गईं हैं. कहीं कहीं तो सड़क टूटने से 20 से 30 फीट ऊपर तक पानी बहने लगा. सड़कें पानी में समाने से जिला मुख्यालय से दर्जनों गांवों का संपर्क टूट चुका है.


वहीं, बाढ़ में घिरे लोगों का आरोप है कि सपाह नदी का बांध टूटे दो से तीन दिन हो चुका है लेकिन किसी जनप्रतिनिधि या अधिकारियों ने सुध नहीं ली है. वहीं, बिहार के बाढ़ से जूझते कटिहार जिले से आई कुछ तस्वीर सुर्खियां बटोर रही है. यहां एनडीआरएफ के जवानों ने गंगा नदी की बाढ़ में घिरे इलाके से एक गर्भवती महिला को सुरक्षित निकाला. रबर बोट और फिर एंबुलेंस के जरिए उसे अस्पताल तक पहुंचाया. अस्पताल में महिला ने बेटी को जन्म दिया. जिसका नाम परिजनों ने गंगा रख दिया. महिला और बच्ची दोनों ही पूरी तरह स्वस्थ हैं.


नीतीश कुमार कर रहे हैं बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का दौरा


बिहार के सीएम नीतीश कुमार के मुताबिक बाढ़ प्रभावित जिलों में हर संभव मदद पहुंचाई जा रही है. इंतजामों को देखने के लिए नीतीश बाढ़ वाले इलाकों का दौरा भी कर रहे हैं. बुधवार को उन्होंने कटिहार पहुंचकर बाढ़ के हालात का जायजा लिया. राहत और स्वास्थ्य शिविर का निरीक्षण किया. बाढ़ पीड़ितों से बात कर उनकी समस्याओं को सुना. उन्हें मदद का भरोसा दिया. डिप्टी सीएम तारकिशोर प्रसाद भी इस दौरान नीतीश के साथ मौजूद थे. बाढ़ में फसलों के नुकसान का आंकलन करने का भी सीएम नीतीश ने अधिकारियों को निर्देश दिया है.


बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा करने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पूर्णिया के रुपौली प्रखंड के तेलडीहा पहुंचे जहां बाढ़ राहत केंद्र बनाया गया है. यहां व्यवस्थाओं को देखा और आवश्यक निर्देश दिए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि यह केंद्र लोगों को राहत मिले इसलिए बनाया गया है. यहां लोग रह सकेंगे. भोजन की व्यवस्था भी की जा रही है.


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