बिहारः तेजस्वी यादव के विधानसभा क्षेत्र में एक गांव में 30 दिनों में 17 मौतें, घर छोड़ भाग रहे लोग
12 अप्रैल से 12 मई के बीच मंसूरपुर गांव में 17 लोगों की मौत हुई है. जिले के सभी अधिकारियों को फोन कर मदद की गुहार लगाई गई. मदद नहीं मिली तो स्थानीय विधायक और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को भी फोन किया गया लेकिन किसी ने नहीं सुनी.
पटनाः जन अधिकार पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व सांसद पप्पू यादव अब राजीव प्रताप रूडी के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर हमलावर हैं. पप्पू यादव ने अपने ट्विटर हैंडल पर तेजस्वी यादव के विधानसभा क्षेत्र में पड़ने वाले गांव के मुखिया के पति मुजाहिद अनवर का वीडियो पोस्ट किया है. उसमें मुजाहिद बता रहे हैं कि बीते एक महीने में गांव में 17 लोगों की मौत हो गई है. तेजस्वी यादव से संपर्क किया गया लेकिन कोई गांव में देखने तक नहीं आया. लोग गांव छोड़कर जा रहे हैं.
मंसूरपुर में एक महीने में हुई 17 लोगों की मौतों के बाद पप्पू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने शुक्रवार को ट्वीट कर लिखा “CM साहब आप जब ईद की मुबारकबाद दे रहे थे तो वैशाली जिले के राघोपुर विधानसभा क्षेत्र का मंसूरपुर गांव कब्रिस्तान बन रहा था. कोरोना से 17 लोग मर गए. आपका कोई नुमाइंदा न इस गांव में गया, न टेस्टिंग हुई, न सेनेटाइज हुआ, न इलाज हुआ, न टीका लगा. इस गांव में कोई सामान भी नहीं बेचता.”
CM साहब
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) May 28, 2021
आप जब ईद की मुबारकबाद दे रहे थे तो वैशाली जिले के राघोपुर विधानसभा क्षेत्र का मंसूरपुर गांव कब्रिस्तान बन रहा था।कोरोना से 17 लोग मर गए।
आपका कोई नुमाइंदा न इस गांव में गया,न टेस्टिंग हुई,न सेनेटाइज हुआ,न इलाज हुआ, न टीका लगा। इस गांव में कोई सामान भी नहीं बेचता। @ANI
तेजस्वी यादव ने नहीं की कोई मदद
बताया जाता है कि यह गांव चकसिकंदर पंचायत में आता है. चकसिकंदर पंचायत की मुखिया के पति मुजाहिद अनवर ने बताते हैं कि 12 अप्रैल से 12 मई के बीच गांव में 17 लोगों की मौत हुई. जब लोगों की मौत हो रही थी तो उन्होंने जिले के सभी अधिकारियों को फोन कर मदद की गुहार लगाई. मदद नहीं मिली तो स्थानीय विधायक और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को भी फोन किया गया लेकिन किसी ने नहीं सुनी.
चकसिकंदर कल्याणपुर पंचायत की मुखिया जूही परवीन जी के पति मुजाहिद जी से सुनिए कि वैशाली जिला के राघोपुर विधानसभा क्षेत्र के एक गांव में 17 लोग कोरोना से कैसे मरे?
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) May 28, 2021
उनका नाम सरकार की सूची में दर्ज नहीं है। गुहार लगाते रहे, कोई देखने नहीं आया। स्वास्थ्य विभाग मौत का तांडव होने दिया। pic.twitter.com/MvVh49Zl8L
घर छोड़कर भाग रहे हैं मंसूरपुर गांव के लोग
मंसूरपुर गांव के कई घरों पर ताला लटक गया है. दहशत में पड़े लोग गांव छोड़ कर भाग खड़े हुए हैं. गांव के रहने वाले मो. मंजूर अपने परिवार समेत गांव छोड़ कर चले गए हैं. उनकी पत्नी जूही और सास की मौत कोरोना से हो गई थी. घर में जब दो लोगों की मौत हुई तो गांव के ही दूसरे लोगों ने उनके परिवार से दूरी बना ली. मजबूर होकर मो. मंजूर पूरे परिवार के साथ गांव छोड़ चले गए.
मुजाहिद अनवर ने कहा कि उनके घर के ठीक बगल में रहने वाले 32 साल के साजिद की मौत सांस लेने में परेशानी होने के बाद हो गई. साजिद की शादी पांच महीने पहले ही हुई थी. उसके घर वाले बताते हैं कि उसका टेस्ट नहीं कराया गया था लेकिन खांसी-सर्दी से लेकर बुखार जैसे सारे लक्षण कोरोना के ही थे. इस तरह गांव के कई लोगों की मौत हो गई.
गांव के लोग वैक्सीन लेने की कोशिश में लगे
तेजस्वी यादव के विधानसभा क्षेत्र के इस गांव में 17 मौत के बावजूद प्रशासन ने यहां न तो टेस्ट का इंतजाम किया है और ना ही इलाज का. गांव में अब तक सैनिटाइजेशन भी नहीं कराया गया है. हालांकि लोगों ने अब वैक्सीन लेने की कोशिश कर रहे हैं. कुछ लोगों ने वैक्सीन ले ली है.
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