भागलुपरः बीते शुक्रवार की देर रात कोरोना वायरस की वजह से एक 20 दिन के नवजात शिशु की मौत हो गई. वह भागलपुर जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल में भर्ती था. चार जून को बच्चे को सर्दी-खांसी हुई और 10 जून को जांच में वह कोरोना पॉजिटिव पाया गया. 20 दिन के बच्चे का ऑक्सीजन लेवल 65 फीसदी तक आ गया था.


अररिया के पीर नगर के रहने वाले राहुल शर्मा ने बताया कि 20 दिन पहले ही बच्चे का जन्म हुआ था. उसे 10 दिन पहले सांस फूलने, खांसी और ठंड लगने की शिकायत थी. उसे सदर अस्पताल पूर्णिया में भर्ती कराया गया. छह दिन बाद ही 10 जून को कोरोना की जांच में वह पॉजिटिव पाया गया. बच्चे की बिगड़ती हालत को देख उसे मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया गया. उसके बाद बच्चे को पीजी शिशु रोग विभाग के निक्कू वार्ड में भर्ती कराया गया.


बच्चे के फेफड़े तक पहुंच गया था संक्रमण


इस संबंध में डॉक्टरों ने कहा कि भर्ती के दौरान नवजात का पल्स रेट कम और ऑक्सीजन 97 फीसदी था. 10 जून को आरटीपीसीआर जांच में भी वह पॉजिटिव आया. उसे लगातार ऑक्सीजन पर रखा गया लेकिन ऑक्सीजन फ्लो कम रहने व संक्रमण फेफड़े तक पहुंचने से शुक्रवार की आधी रात उसका एसपीओ टू लेवल 65 फीसदी पर आ गया और दो बजकर 10 मिनट पर उसकी मौत हो गई.


इससे पहले किशनगंज का एक केस सामने आया था. किशनगंज में भी तीन महीने की बच्ची को चार जून को कोरोना हो गया था और इससे उसकी मौत हो गई थी. जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के अस्पताल अधीक्षक डॉ. असीम कुमार दास ने बताया कि नवजात के शव को कोविड प्रोटोकॉल के तहत पैक कर परिजनों को सौंप दिया गया है.


परिजनों ने बताया कि घर का कोई भी सदस्य कोरोना पॉजिटिव नहीं है. बच्चे को कोरोना कैसे हुआ यह पता नहीं. पीजी शिशु रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. आरके सिन्हा ने बताया कि यह भागलपुर में सबसे कम उम्र के नवजात की मौत का पहला मामला है.


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