पटना: सड़क सुरक्षा को लेकर शुक्रवार को परिवहन विभाग की मंत्री शीला कुमारी की अध्यक्षता में वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए बिहार सड़क सुरक्षा परिषद की बैठक आयोजित की गई. बैठक में सड़क सुरक्षा के लिए विभिन्न संबंधित विभागों (स्टेक होल्डर) और सभी जिला परिवहन पदाधिकारी सह सचिव जिला सड़क सुरक्षा समिति द्वारा किए जा रहे कामों औए भविष्य के कार्य योजनाओं पर विभागवार समीक्षा की गई. इसके साथ ही सड़क सुरक्षा से संबंधित विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन के लिए वित्तीय प्रस्ताव पारित किए गए.
विशेष रूप से चलाए जाऐंगे जागरूकता कार्यक्रम
बैठक के दौरान परिवहन मंत्री ने परिषद की ओर से किए जा रहे कामों की सराहना की और ग्रामीण क्षेत्रों में विशेष रूप से सड़क सुरक्षा जागरुकता कार्यक्रमों का आयोजन करने का निर्देश दिया. उन्होंने कहा कि शहर में जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं. इसे अब ग्रामीण क्षेत्रों में बढ़ाने की जरूरत है. गांव-गांव में रिक्शा पर माइकिंग के माध्यम से हेलमेट और अन्य सड़क सुरक्षा नियमों और प्रावधानों की जानकारी लोगों को दी जाए.
राज्य में खोले जाऐंगे 76 ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल
बैठक में परिवहन सचिव संजय कुमार अग्रवाल ने कहा कि जिलों में ड्राइविंग टेस्टिंग ट्रैक का निर्माण और ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल खोलने की कार्रवाई की जा रही है. राज्य में कुल 76 ड्राइविंग ट्रेनिंग स्कूल खोले जाऐंगे. पहले 38 जिलों के लिए 61 ड्राइविंग स्कूल खोलने का लक्ष्य निर्धारित किया गया था. अब इसकी संख्या को बढ़ा कर 76 किया गया है. चालकों के ड्राइविंग क्वालिटी में सुधार होने के बाद सड़क दुर्घटनाओं में कमी आ सकेगी.
500 अतिरिक्त बस स्टाॅप का होगा निर्माण
उन्होंने बताया कि सुरक्षित परिवहन को बढ़ावा देने और यात्रियों के सुरक्षित पड़ाव की सुविधा देने के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में बस स्टाॅप का निर्माण कार्य चल रहा है. अब तक दो चरणों में 1082 लक्ष्य के विरुद्ध 409 स्थलों पर बस स्टाॅप का निमार्ण का काम पूरा हो चुका है. बाकी जगहों पर काम प्रगति पर है. तीसरे चरण में 500 अतिरिक्त बस स्टाॅप का निर्माण प्रस्तावित है.
यह भी पढ़ें -
बिहारः तेजस्वी यादव के विधानसभा क्षेत्र में एक गांव में 30 दिनों में 17 मौतें, घर छोड़ भाग रहे लोग
बिहारः साधारण जुर्म या 7 साल से कम सजा वाले मामलों में अब सीधे नहीं होगी गिरफ्तारी, DGP ने दिया आदेश