प्रतापगंज रेलवे स्टेशन की बड़ी लाइन पर पहुंचा ट्रायल इंजन, 9 साल से लोगों को था इसका इंतजार
20 जनवरी- 2012 के बाद प्रतापगंज रेलवे स्टेशन पर बड़ी रेल लाइन का पहला ट्रायल इंजन पहुंचा तो लोगों में रेल परिचालन की आस जग गई.
सुपौल: सुपौल जिले के प्रतापगंज रेलवे स्टेशन पर बड़ी रेल लाइन का पहला ट्रायल इंजन पहुंचा. ट्रायल इंजन के पहुंचते ही 9 साल का लंबा इंतजार लोगों का खत्म हो गया. 20 जनवरी- 2012 के बाद प्रतापगंज रेलवे स्टेशन पर बड़ी रेल लाइन का पहला ट्रायल इंजन पहुंचा तो लोगों में रेल परिचालन की आस जग गई.
रेल इंजन की सीटी बजते ही महिला पुरूष बच्चों की हजारों की संख्या में भीड़ प्रतापगंज स्टेशन पर उमड़ पड़ी. वर्षों बाद रेलवे स्टेशन पर इंजन को देखने को लेकर लोगों में खुशी का माहौल था.लोगों को अब लगने लगा है कि अब जल्द ही रेल पर चढ़ने का सपना जल्द पूरा होगा.
दरअसल पिछले वर्ष ही सहरसा से सरायगढ़-आसन्नपुर और राघोपुर तक बड़ी रेल लाईन की ट्रेनों के परिचालन होने के बाद राघोपुर से फारबिसगंज तक के धीमे चल रहे अमान परिवर्तन कार्य में गति देखी गई, जिसका ही सुखद परिणाम है कि नौ वर्षों बाद 11 जनवरी -2021 को दोपहर 1.30 मिनट में सहरसा से चल कर इंजन रोलिंग यानि ट्रायल इंजन प्रतापगंज स्टेशन पहुंचा.
रेल इंजन ट्रायल का जायजा लेने पहुंचे रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर संजय कुमार से जब फारबिसगंज तक रेल परिचालन के संदर्भ में पूछा गया तो उन्होंने बताया कि इस मामले की पूर्ण जानकारी तो हमारे वरीय पदाधिकारी हीं दे सकते हैं, लेकिन संभावना जताते हुए उन्होंने बताया कि मार्च-अप्रैल तक ललित ग्राम तक अमान परिवर्तन का कार्य पूरा कर ट्रेनों का परिचालन होना संभव है. ललित ग्राम से फारबिसगंज के बीच भी अमान परिवर्तन का कार्य तेजी से किया जा रहा है.