पटना: राज्य भर में कोरोना से त्राहिमाम के बीच बिहार सरकार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय गुरुवार को होटल पाटलिपुत्र अशोक में बने आइसोलेशन वार्ड का निरीक्षण करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कोरोना संक्रमित मरीजों से बातचीत की और अस्पताल में मिल रहे सुविधाओं के बारे में फीडबैक लिया. इस दौरान उन्होंने बताया कि बिहार में चिकित्सक विशेषज्ञ की नियुक्ति की गई है. 13 विभागों के 929 विशेषज्ञ चिकित्सकों की नियुक्ति कल कर दी गई है और सभी लोगों को सात दिन के अंदर जहां उनकी पदस्थापना हुई है, वहां योगदान करना है. उन्होंने बताया कि बिहार तकनीकी सेवा आयोग के माध्यम से यह चयन हुआ था और राज्य की जनता और सबको इंतजार था कि इनकी नियुक्ति जल्दी हो.


मंगल पांडेय ने कहा कि "इस कोरोना काल में हम जितने भी विशेषज्ञ चिकित्सक को जोड़ेंगे बेहतर होगा. इसके अतिरिक्त 9 हजार 200 के करीब JNM के चयन की प्रक्रिया भी लगभग पूरी हो गई है और बहुत शीघ्र स्वास्थ्य विभाग की सूची आने वाली है. सूची आने के तुरंत बाद ही उनका भी पदस्थापन किया जाएगा ताकि स्वास्थ्य सेवाओं में जो मानव बल की आवश्यकता है, उसे हम पूरा कर सकें. ये एक बड़ा काम राज्य के जनता की सेवा के लिए हुआ है.


उन्होंने कहा कि "आज मैं पाटलीपुत्र अशोक होटल आया हूं, यहां हर बेड पर ऑक्सीजन की सुविधा उपलब्ध है, हर बेड पर दवा का किट रखा हुआ है, उनके प्रतिदिन में उपयोग करने वाले सामग्री भी उपलब्ध हैं और यह पहले से एक आइसोलेशन सेंटर के रूप में काम कर रहा था. लेकिन अब इसको अस्पताल का स्वरूप दिया गया है और 75 बेड यहां तत्काल शुरू कर दिया गया है. आवश्यकता अनुसार इसे बढ़ाया जाएगा और वैसे ही अन्य अस्पतालों की व्यवस्था पटना में की जा रही है और अगले तीन से चार दिन में ऐसे और भी केन्द्र खुलेंगे, यहां जो दूर से मरीज आते हैं उनको कोई दिक्कत न हो इसका पूरा ख्याल रखा जा रहा है, मैंने खुद अभी एक मरीज से बात की ओर उन्होंने क्या कहा सभी ने सुना है कि वो इन व्यवस्था से पूरी तरह संतुष्ट हैं, उनको दवा उपलब्ध हैं, डॉक्टर समय पर देख रहे हैं, देखभाल के लिए नर्स हैं, जब भी उनको जरूरत पड़ती हैं नर्स उनको देखती हैं. इनलोगों के व्यवहार से भी मरीज पूरी तरह संतुष्ट हैं, समय पर दवा, भोजन सभी चीजें मिल रही हैं."


मंगल पांडेय ने कहा कि "इन सभी चीजों की निगरानी भी स्वास्थ्य विभाग लगातार कर रही है और यहां जो अस्पताल खुला है इसके लिए यहाँ दो डॉक्टर के अलावा तीन पारा मेडिकल स्टॉफ लगाए गए हैं. ये सभी मरीजों के स्वास्थ्य की चिंता करेंगे. स्वास्थ्य विभाग लगातार बिहार में मरीजों की संख्या में जो बढ़ोतरी हुई है उसे ध्यान में रखते हुए काम कर रही है और जहाँ जरूरत है वहां कोविड केयर सेंटर को बढ़ाया जा रहा है. डेडिकेटेड कोविड अस्पताल में भी सुविधाओं का विस्तार किया जा रहा है और जो मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल है वहां भी सौ बेड बढ़ा दिया गया है जो कोविड वार्ड के रूप में काम कर रहा है. ये मैं पूरे राज्य की बात कर रहा हूं. सभी मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में सौ बेड कोविड मरीजों के लिए तैयार किया गया है, जहां मरीज भर्ती हो रहे हैं और उनका उपचार हो रहा है."


मंगल पांडेय ने कहा कि "सभी जिलों में हमारे आइसोलेशन केन्द्र खुले हुए हैं. हम अनुमंडल अस्पताल तक में आइसोलेशन की सुविधाएं दे रहे हैं और जहां जैसी आवश्यकता होगी स्वास्थ्य विभाग उसे पूरी तत्परता से करेगा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी प्रतिदिन इन सभी चीजों की मॉनिटरिंग करते हैं, पूछताछ करते हैं और उनके नेतृत्व में लगातार स्वास्थ्य विभाग बेहतर सेवा देने का प्रयास कर रहा है.