पटना: जन अधिकार पार्टी के छात्र संगठन ने पटना यूनिवर्सिटी के छात्र संघ अध्यक्ष मनीष कुमार को रिहा करने की मांग को लेकर शनिवार को सूबे के डिप्टी सीएम सुशील मोदी के आवास पर प्रदर्शन किया. छात्रों ने छात्र संघ अध्यक्ष मनीष यादव की रिहाई की मांग करते हुए नारेबाजी की. इधर प्रदर्शन की सूचना पाकर स्थानीय पुलिस मौके पर  पहुंची और छात्रों को वहां से हटने का आदेश दिया.

प्रशासनिक आदेश के बावजूद छात्र वहां से हटने को तैयार नहीं थे. पटना पुलिस ने काफी समझाया-बुझाया फिर भी वे अपने जिद पर अड़े रहे. ऐसे में पुलिस ने बल प्रयोग कर सभी को वहां से खदेड़ दिया. वहीं पुलिस ने मौके से 2 छात्रों को हिरासत में भी ले लिया. दरअसल लॉकडाउन की वजह से अभी पूरे बिहार में किसी भी तरह के प्रदर्शन पर रोक लगी हुई लगी है.


इस संबंध में पुलिस इंस्पेक्टर मुकेश कुमार ने बताया कि इस प्रदर्शन में कुछ असामाजिक तत्व भी शमिल थे, जिनको पुलिस गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है. उनलोगों को समझाया गया था कि यह जगह प्रदर्शन की नहीं हैं, लेकिन वह नहीं माने.


मालूम हो कि छात्र संघ अध्यक्ष मनीष कुमार की गिरफ्तारी भी पटना यूनिवर्सिटी में प्रदर्शन करने की वजह से ही हुई थी. दरअसल, जेएनयू में हिंसा के विरोध में देशभर के छात्र प्रदर्शन कर रहे थे. इसी बीच पटना यूनिवर्सिटी में भी जेएपी छात्र संगठन के साथ लेफ्ट छात्र संघ ने भी विरोध प्रदर्शन करना शुरु किया. जेएपी अध्यक्ष मनीष कुमार के अगुवाई में छात्र आधी रात से पटना कॉलेज के गेट पर उग्र प्रदर्शन कर रहे थे.


पुलिस के बहुत समझने के बाद भी छात्रों का उग्र प्रदर्शन जारी रहा. छात्रों ने अशोक राजपथ को जाम कर आवाजाही को पूर्ण रूप से बन्द कर दिया था. ऐसे में पटना के पीरबहोर सहित अलग-अलग थाने से बड़ी संख्या में पुलिस बल एसएसपी के नेतृत्व में मौके पर पहुंचा और छात्र संघ अध्यक्ष मनीष कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया.


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