दरभंगा: केंद्र सरकार की ओर से दरभंगा एम्स (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) के निर्माण को हरी झंडी मिलने के बाद मिथिला का केंद्र दरभंगा समेत पूरे मिथलांचल में खुशी की लहर है. दरभंगा एम्स पटना के बाद बिहार का दूसरा एम्स होगा. इसका निर्माण होने से एक छत के नीचे मरीजों को सभी तरह के इलाज और जांच की सुविधा मिलेगी.



लोगों ने जमकर मनाया जश्न


केंद्रीय कैबिनेट की ओर से एम्स निर्माण को मंजूरी मिलने के बाद लोग केंद्र की मोदी सरकार को बधाई दे रहे हैं. मधुबनी सांसद डॉ. अशोक यादव की मौजूदगी में मिथिला के लोगों ने दिल्ली स्थित स्थानीय सांसद गोपाल जी ठाकुर के आवास पर जाकर इस उपलब्धि के लिए उन्हें बधाई दी और गुलाल की होली खेल और एक-दूसरे को मिठाई खिलाकर जश्न मनाया.


मिथिलावासियों के लिए साबित होगा वरदान


इस संबंध में दरभंगा सांसद गोपाल जी ठाकुर ने कहा कि वर्ष 2014 में नरेंद्र मोदी की नेतृत्व वाली सरकार ने 2015-16 के केंद्रीय बजट में बिहार में दूसरे एम्स के निर्माण की घोषणा की थी और दूसरे एम्स के निर्माण की स्वीकृति मिथिला के केंद्र दरभंगा में दी गई, जिस पर आज कैबिनेट की मंजूरी मिल गई. दरभंगा में बनने वाला एम्स समस्त मिथिलावासियों के लिए वरदान साबित होगा.


कई सालों से उठा रहा था मांग


उन्होंने कहा कि मैं अपने विधायक काल से ही दरभंगा में एम्स के निर्माण के लिए प्रयासरत रहा हूं और हर मंच से दरभंगा में एम्स निर्माण के लिए आवाज उठाता रहा हूं. पहली बार सांसद बनने के बाद लोकसभा में बोलते हुए दरभंगा में एम्स निर्माण के लिए प्रश्न उठाया था, जिसका विभागीय मंत्री ने सकारात्मक जवाब भी दिया था.


निर्माण में आ रही सभी बाधाओं को किया दूर


सांसद ने कहा कि मैं सभी स्तरों पर इसके निर्माण में आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए प्रयासरत रहा, जमीन की उपलब्धता और जमीन से जुड़े तकनीकी खामियों को दूर करने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे से स्वयं आकर स्थल का निरीक्षण करने का आग्रह किया और मंत्री जी ने खुद डीएमसीएच परिसर का निरीक्षण किया. फिर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से मिलकर डीएमसीएच में 200 एकड़ जमीन देने के लिए कर जोर आग्रह किया तो उन्होंने तत्काल स्वीकृति भी दे दी.


मिथिला में एक नए अध्याय का आरंभ


सांसद ने कहा कि दरभंगा में एम्स का निर्माण होना एक नए अध्याय का आरंभ है, जिसका लाभ मिथिलावासियों को पीढ़ी दर पीढ़ी मिलता रहेगा. दरभंगा एम्स, दरभंगा सहित समस्त मिथिला क्षेत्र के सर्वांगीण विकास में मील का पत्थर साबित होगा, जिससे निकट भविष्य में मिथिला क्षेत्र में अभूतपूर्व परिवर्तन दिखने को मिलेगा. आर्थिक रूप से पिछड़े सम्पूर्ण मिथिलांचल में विकास की रफ्तार तेज होगी. प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष तौर बड़ी संख्या में रोजगार का सृजन होगा, जिससे लाखों लोगों को रोजगार मिलेगा.


कई राज्य के लोगों को मिलेगा लाभ


उन्होंने कहा कि मुझे बहुत प्रसन्नता है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार की कैबिनेट ने दरभंगा में एम्स निर्माण हेतु स्वीकृति दे दी है. एम्स निर्माण हो जाने के बाद दरभंगा सहित उत्तर बिहार के जिले, पड़ोसी देश नेपाल के जिले और पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती जिले के लोग भी लाभान्वित होंगे.


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