पटना: दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) को सीबीआई (CBI) ने शराब घोटाले (Liquor Scam) के मामले में गिरफ्तार किया है. इसके खिलाफ में पटना में बीजेपी ऑफिस के बाहर आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को खूब प्रदर्शन किया. केंद्र सरकार, बीजेपी, सीबीआई के खिलाफ नारेबाजी की. आप नेता मनीष सिसोदिया को रिहा करने की मांग कर रहे थे.
'सिसोदिया-केजरीवाल से डरी मोदी सरकार'
पटना में प्रदर्शन के दौरान आप कार्यकर्ताओं ने कहा कि मनीष सिसोदिया को साजिश के तहत फंसाया गया है. मोदी सरकार सिसोदिया-केजरीवाल से डरी हुई है. सीबीआई केंद्र सरकार का तोता है. केंद्र के इशारे पर काम कर रही है. 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर बीजेपी डर गई है इसलिए यह सब करवा रही है. दिल्ली के शिक्षा मॉडल को कई दूसरे राज्य अपनाए. मनीष सिसोदिया ने बहुत अच्छा काम शिक्षा के क्षेत्र में किया है.
क्या है मामला?
आरोप है कि विवादित शराब नीति जिसे सरकार ने वापस लिया उस शराब नीति में कारोबारियों को फायदा पहुंचाया गया और रिश्वत ली गई है. मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी के बाद से आम आदमी के कई बड़े नेताओं पर सीबीआई का शिकंजा कस सकता है. पेशी से पहले ही सिसोदिया बोल चुके थे कि उनकी गिरफ्तारी हो सकती है. सात-आठ महीने जेल में रहना पड़ सकता है.
डिप्टी सीएम को गिरफ्तार किए जाने के बाद अरविंद केजरीवाल की दिल्ली सरकार पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं क्योंकि सिसोदिया के पास शिक्षा, वित्त और गृह सहित कुल 18 विभाग हैं. सिसोदिया की गिरफ्तारी से पहले पिछले साल जून में दिल्ली के तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को गिरफ्तार किया गया था. उनकी अनुपस्थिति के बाद मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के पास दिल्ली में अपने शासन के एजेंडे को लागू करने के लिए कोई कद्दावर चेहरा नहीं है.
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