आरा के 4 छात्रों ने UPSC की परीक्षा में मारी बाजी, 142वां रैंक लाकर परितोष ने जिले का नाम किया रौशन
यूपीएससी की परीक्षा में इस बार भी बिहार के छात्र-छात्राओं का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा. इस बार आरा के 4 छात्रों ने परीक्षा में सफलता हासिल की है.
आरा: संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा परीक्षा 2019 का फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिया है. इस साल बिहार के 50 से अधिक कैंडिडेट्स को सफलता हासिल हुई है. लेकिन आरा के युवाओं का प्रदर्शन सबसे अच्छा रहा है. इस बार आरा के रहने वाले 4 अभ्यर्थियों ने यूपीएससी की परीक्षा में बाजी मारी है.
हर साल की तरह इस साल भी बिहार के छात्रों का रिजल्ट बेहतर रहा है. टॉप-100 में राज्य के कई छात्र-छात्राओं ने अपनी जगह बनाई है. बिहार की राजधानी पटना से लगभग 50 किलोमीटर की दूर आरा शहर के 4 छात्रों ने यूपीएससी की परीक्षा में सफलता पाकर देश भर में जिले का नाम रौशन किया है.
आरा से यूपीएससी की परीक्षा में सफल होने वालों में छात्रों पर 142वां रैंक के साथ परितोष पंकज, 368वां रैंक के साथ अभिषेक कुमार तिवारी, 456वां रैंक के साथ अभिषेक कुमार गर्ग और 664वां रैंक के साथ अपूर्व कुमार सिंह शामिल हैं. यूपीएससी की परीक्षा में 142वां रैंक हासिल करने वाले परितोष पंकज भोजपुर जिले के सदर प्रखंड के बड़का डुमरा गांव के रहने वाले हैं. परितोष पंकज वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के पूर्व हिन्दी और भोजपुरी विभागाध्यक्ष डॉ.नीरज सिंह के बेटे हैं. अपने बेटे की सफलता से मां डॉ.कुंती सिंह और पिता डॉ.नीरज सिंह काफी खुश हैं.
परितोष पंकज की प्रारंभिक पढ़ाई आरा में ही हुई है. उन्होंने आरा के मिशन स्कूल से मैट्रिक की पढ़ाई की है, वहीं इंटर की पढ़ाई उन्होंने एचडी जैन कॉलेज से की है. इसके बाद उन्होंने स्नातक स्तर की पढ़ाई समुद्र विज्ञान ब्रांच से मुंबई के टीएस चाणक्या से पूरी की है, जहां आईआईटी से सेलेक्शन के बाद नामांकन हुआ था.
परितोष पंकज ने साल 2010 में समुद्र विज्ञान की पढ़ाई पूरी करने के बाद मर्चेंट नेवी में नौकरी शुरू कर दी थी. उन्होंने 5 साल तक नैरिगेटिव ऑफिसर के पद पर नौकरी की. साल 2015 में नौकरी छोड़ने के बाद उन्होंने दिल्ली आकर यूपीएससी की तैयारी शुरू की और देश की सर्वोच्च परीक्षा यूपीएससी में सफलता हासिल की.
वहीं, जिले के अपूर्व कुमार सिंह जिन्होंने 664वां स्थान हासिल किया है वह अमेरिकन कंपनी ओरिकल में 2 साल तक बतौर साफ्टवेयर इंजीनियर जॉब कर चुके हैं. दो बार असफलता हाथ लगने के बाद भी वह निराश नहीं हुए. अपनी मेहनत और लगन के बदौलत इस बार उन्होंने सफलता हासिल की. अपूर्व के पिता अनिल कुमार सिंह, दरभंगा के कोतवाली थाना में दारोगा हैं. उनके छोटा भाई अतुल कुमार सिंह साफ्टवेयर इंजीनियर है. अपूर्व ने बताया कि यूपीएससी में उन्होंने ऑपशनल विषय भूगोल चुना था, क्योंकि उन्हें बचपन से भूगोल विषय में अधिक दिलचस्पी है.