रोहतास: बिहार सरकार के पाबंदी के बावजूद रोहतास जिले में अवैध तरीके से 14 चक्का ट्रकों पर बालू की ढुलाई को लेकर जिला प्रशासन ने कड़ा रुख अख्तियार किया है. इस बाबत प्रशासन ने विभागीय अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई है. एबीपी बिहार पर 14 चक्का ट्रकों पर बालू की अवैध ढुलाई को लेकर चलाई गई खबर पर रोहतास डीएम और एसपी ने संज्ञान लेते हुए तुरंत कार्रवाई की है. उन्होंने अवैध बालू की ढुलाई पर नकेल कसने को लेकर विभाग के कई वरीय पदाधिकारियों की टोल प्लाजा पर ड्यूटी लगा दी है.


अवैध ढुलाई पर रोक लगाने का दिया सख्त निर्देश


खबर प्रकाशित होने के बाद सोमवार को सुबह ही जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार और एसपी आशीष भारती ने खनन पदाधिकारी और परिवहन पदाधिकारी के अलावा अन्य अधिकारियों के साथ टोल प्लाजा पर एक मीटिंग की और अवैध बालू की ढुलाई के साथ-साथ 14 चक्का ट्रकों पर बालू की ढुलाई पर पूर्णता रोक लगाने के लिए सख्त निर्देश दिया. जिलाधिकारी और एसपी ने कड़े शब्दों में फरमान जारी करते हुए कहा कि इसमें कोताही बरतने वाले अधिकारी को बख्शा नहीं जाएगा.


टोल प्लाजा पर 3 शिफ्ट में होगी ड्यूटी


14 चक्का ट्रकों पर हो रहे बालू की अवैध ढुलाई को रोकने के लिए जिलाधिकारी धर्मेंद्र कुमार के दिशानिर्देश पर टीम गठित कर अधिकारियों को ड्यूटी पर तैनात कर दिया गया है. इस बाबत टीम गठित की गई है जो 24 घंटे ट्रकों के परिचालन पर निगरानी रखेंगे. निगरानी के लिए तीन शिफ्ट में ड्यूटी होगी.


तीन शिफ्ट में होगी ड्यूटी


पहली शिफ्ट सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक, दूसरी शिफ्ट दोपहर 2 बजे से रात्रि 10 बजे तक और तीसरी शिफ्ट रात्रि 10 बजे से लेकर सुबह 6 बजे तक की होगी. इसके लिए तकरीबन दो दर्जन अधिकारियों को दंडाधिकारी बनाया गया है. प्रत्येक दंडाधिकारी के साथ पुलिस बल भी मुहैया करवाया गया है.


9 वरीय पदाधिकारियों की हुई प्रतिनियुक्त


अवैध ढुलाई को रोकने के लिए टोल प्लाजा सासाराम पर कुल 9 वरीय पदाधिकारी की प्रतिनियुक्ति की गई है, जिसमें परिवहन पदाधिकारी मोहम्मद जियाउल्लाह, सहायक निदेशक खनन रोहतास विकास कुमार पासवान, वरीय उप समाहर्ता चेत नारायण राय, मोटरयान निरीक्षक रोहतास राकेश रंजन, जिला मत्स्य पदाधिकारी सतेंद्र राम, डीआरडीए निदेशक मोहम्मद मुमताज आलम, जिला अल्पसंख्यक कल्याण पदाधिकारी उपेंद्र कुमार, वरीय उप समाहर्ता अमरेंद्र कुमार, जिला भू अर्जन पदाधिकारी राजेश कुमार गुप्ता को वरीय पदाधिकारी के रूप में प्रतिनियुक्त किया गया है. सभी दंडाधिकारी प्रत्येक शिफ्ट की जानकारी अपने शिफ्ट के वरीय अधिकारी को देंगे.


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