ABP Positive Story: एक हाथ नहीं फिर भी सैनिटाइजेशन का उठाया जिम्मा, कहा- सरकार हो गई है अपाहिज
नगर निगम और सरकारी सहायता ना मिलने से परेशान मोहल्ला वासियों ने एक टीम का गठन किया है, जिसमें हर वर्ग के लोग शामिल हैं. टीम मोहल्ले के सभी घरों से सैनिटाइजेशन से संबंधित सामान लेती है और फिर अपने काम में जुट जाती है.
दरभंगा: तस्वीर में दिख रहे बुजुर्ग लाल बाबू शाह हैं. एक हाथ नहीं है. लेकिन बड़े उत्साह के साथ कोरोना काल में लोगों को संक्रमण से बचाने के लिए सैनिटाइजेशन का काम कर रहे हैं. पूछने पर कहते हैं कि सरकार उनकी ही तरह अपाहिज हो गई है. ना खुद सैनिटाइजेशन करती है, ना करवाती है. ऐसे में उन्होंने ही मोहल्ले के लोगों के साथ मिलकर ये जिम्मा उठाया है.
एक हाथ नहीं होने की वजह से काम करने में किसी प्रकार की परेशानी के बारे में पूछने पर कहा उन्होंने, " नहीं मुझे कोई परेशानी नहीं होती है. साथ में और भी लोग हैं, मिलजुल कर मौज मस्ती करते-करते काम हो जाता है. मैं अपनी कटी हुई हाथ को देखता ही नहीं. देखता हूं कि मेरे साथ और कितने हाथ हैं. ये देखकर मनोबल बढ़ जाता है."
मोहल्ले के लोगों ने बनाई टोली
बता दें कि ये पूरा मामला बिहार के दरभंगा जिला के बड़ा बाजार का है, जहां इनदिनों एक टोली सैनिटाइजेशन के काम में लगी है. इसी टोली में लाल बाबू शाह भी शामिल हैं. नगर निगम और सरकारी सहायता ना मिलने से परेशान मोहल्ला वासियों ने एक टीम का गठन किया है, जिसमें हर वर्ग के लोग शामिल हैं. टीम मोहल्ले के सभी घरों से सैनिटाइजेशन से संबंधित सामान लेती है और फिर अपने काम में जुट जाती है.
बता दें पिछले 10 दिनों से यह टीम हर शाम 5:00 बजे निकलती है और बारी-बारी से मोहल्ले के हर घर को ब्लीचिंग पाउडर छिड़ककर सैनिटाइज कर आगे बढ़ती जाती है. जब एक साथी थक जाता है तो दूसरा साथी मशीन कंधे पर लाद कर सैनिटाइज करने लगता है. दरअसल, बड़ा बाजार इलाके में बीते दिनों कोरोना के कई मामले सामने आए थे, जिसके बाद ये पहल की गई है.
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