ABP Positive Story: जहानाबाद के युवाओं ने शुरू किया 'मिशन ऑक्सीजन', कोरोना काल में ली ये सीख
सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश कुमार गौतम का कहना है कि उन्होंने अब से किसी भी समारोह में अन्य उपहार के साथ-साथ पीपल का एक पौधा गिफ्ट करने का संकल्प लिया है. ऐसा करने से ऑक्सीजन की उपलब्धता बढ़ेगी और पर्यावरण भी स्वच्छ रहेगा.
जहानाबाद: कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान हुई ऑक्सीजन की कमी और उसकी महत्ता को समझते हुए बिहार के जहानाबाद जिले के युवाओं ने 'मिशन ऑक्सीजन' की शुरुआत की है. इस अभियान के तहत युवाओं ने शादी-विवाह समेत खुशी के अन्य अवसर पर महंगे गिफ्ट के बजाय पीपल का पौधा देने की शुरुआत की है. पेशे से पत्रकार और सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेने वाले सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश कुमार गौतम की इस अनूठी पहल का लोगों ने स्वागत किया है.
पौधा पाकर नव दंपति हुए खुश
दरअसल, बीते बुधवार की रात जिले के सुगांव गांव में आरजेडी नेता शाहिन तारिक के बड़े बेटे मोहम्मद सैफ का वर-वधु स्वागत समारोह था. इस मौके पर सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश कुमार गौतम अपने साथियों के साथ पीपल का पौधा लेकर पहुंचे. अन्य गिफ्ट के साथ उन्होंने नव दंपति को पीपल का पौधा गिफ्ट किया.
उन्होंने नव दंपति को शुभाशीष देते हुए उनसे अनुरोध किया कि वे अपने हाथों से पौधारोपण करें और पौधे की देखभाल करें. यह उनके आसपास ऑक्सीजन की उपलब्धता के साथ-साथ उनके विशिष्ट दिन की याद ताजा कराता रहेगा. स्वागत समारोह के मौके पर गिफ्ट के रूप में पौधा पाकर नव दंपति काफी खुश दिखे और उन्होंने पौधे की देखभाल करने का भरोसा दिलाया.
पौधा करें गिफ्ट, प्रकृति देगी रिटर्न
सामाजिक कार्यकर्ता मुकेश कुमार गौतम का कहना है कि उन्होंने अब से किसी भी समारोह में अन्य उपहार के साथ-साथ पीपल का एक पौधा गिफ्ट करने का संकल्प लिया है. उनका कहना है कि मिशन ऑक्सीजन के तहत उन्होंने अपने पंचायत पूर्वी सरेन और आसपास के इलाके में 500 पीपल के पौधे लगाने का संकल्प लिया है.
उन्होंने अपने पंचायत के लोगों से भी अपील की है कि वे सभी अन्य गिफ्ट के साथ एक पीपल का पौधा भी जरूर गिफ्ट करें. एक छोटी सी पहल से पंचायत में बहुत सारे पीपल के पेड़ हो जाएंगे, जिससे पंचायत क्षेत्र में हमेशा ऑक्सीजन की उपलब्धता रहेगी और पर्यावरण भी स्वच्छ रहेगा. मुकेश ने कहा कि जब उपहार के रूप में पौधा गिफ्ट करने की परिपाटी शुरू होगी तो बड़ी संख्या में पेड़-पौधे लगेंगे, जिससे पर्यावरण स्वच्छ रहने के साथ-साथ आसपास के इलाके में ऑक्सीजन की उपलब्धता भी बढ़ेगी. प्रकृति हमें इसका रिटर्न देगी.
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