सीतामढ़ी: बिहार में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक (KK Pathak) के एक्शन से कर्मचारी और अधिकारियों में हड़कंप मचा है. कड़ाके की ठंड में शुक्रवार (29 दिसंबर) को केके पाठक ने सीतामढ़ी जिले के विभिन्न क्षेत्रों में स्कूलों का जायजा लिया. इससे पूर्व डीएम, एसपी समेत शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक भी की और जिले की शिक्षा-व्यवस्था की समीक्षा की. केके पाठक गुरुवार की देर रात ही सीतामढ़ी पहुंच गए थे. इस दौरान उन्होंने सबसे पहले डायट में शिक्षकों के चल रहे प्रशिक्षण का जायजा लिया था. फिर एक बैठक भी की थी.


प्रधान शिक्षक को किया निलंबित


शुक्रवार को केके पाठक ने जिले के कई स्कूलों का जायजा लिया और इस दौरान गड़बड़ी/लापरवाही को लेकर संबंधित प्रधान शिक्षक और शिक्षक के विरुद्ध कार्रवाई भी की. उन्होंने डुमरा प्रखंड के मध्य विद्यालय, खड़का के निरीक्षण के दौरान प्रधान शिक्षक सत्यप्रकाश को निलंबित किया गया. वहीं दो सहायक शिक्षक रोहित और रूपेश कुमार के वेतन पर रोक लगाते हुए स्पष्टिकरण पूछने का आदेश दिया. उक्त तीनों बिना सूचना के स्कूल से गायब थे. इस कार्रवाई से शिक्षकों में हड़कंप मचा रहा.


एनजीओ को पांच हजार का जुर्माना


उक्त स्कूल को एमडीएम की आपूर्ति करने वाले एनजीओ पर भी पांच हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया. दरअसल, एनजीओ द्वारा समय पर भोजन की आपूर्ति नहीं की गई थी. गौरतलब है कि अपर मुख्य सचिव केके पाठक के आगमन की खबर के बावजूद जिद्दी शिक्षक बेखौफ होकर स्कूल से नदारद थे, तो एनजीओ संचालक भी लापरवाह बना रहा. हालांकि पाठक के स्तर से कार्रवाई एक नजीर बनेगी और यह कार्रवाई अन्य स्कूलों के लिए एक सबक होगा.


कंप्यूटर एजेंसी को एक लाख का जुर्माना


केके पाठक परसौनी में मिडिल स्कूल का निरीक्षण करने के बाद शिवहर जिले में भी पहुंचे. उन्होंने शिवहर जिले के पिपराही प्रखंड के कमरौली उत्क्रमित उच्च विद्यालय में कंप्यूटर नहीं चलने से नाराज होकर कंप्यूटर उपलब्ध कराने वाली एजेंसी पर एक लाख रुपये का जुर्माना लगाया.


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