मुजफ्फरपुरः स्वास्थ्य विभाग में जिले के सिविल सर्जन द्वारा दोबारा बहाल किए गए 740 स्वास्थ्यकर्मियों को फिर से चयनमुक्त कर दिया गया है. इस मामले में मुजफ्फरपुर के सिविल सर्जन डॉक्टर एसके चौधरी से बिहार सरकार की ओर से पत्र जारी कर अब इस मामले में जवाब मांगा गया है.


विशेष कार्य पदाधिकारी ने जारी किया पत्र


यह नोटिस स्वास्थ्य विभाग के विशेष कार्य पदाधिकारी आनंद प्रकाश की ओर से जारी किया गया है. पत्र में सिविल सर्जन डॉक्टर एसके चौधरी से पूछा गया है कि क्यों पहले कर्मियों को हटाया और कुछ दिनों बाद दोबारा रख लिया गया. इसके बाद स्वास्थ्यकर्मियों की बहाली का आदेश रद्द कर सबको हटा दिया है.


ऐसे समझें इस बहाली का पूरा मामला


यह पूरा मामला मुजफ्फरपुर के स्वास्थ्य विभाग से जुड़ा है. यहां राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देश पर कोरोना मरीजों की देखभाल के लिए मुजफ्फरपुर सिविल सर्जन डॉ एसके चौधरी की ओर से दैनिक भुगतान पर कुल 740 भर्तियां हुईं. इनमें एएनएम, जीएनएम, वार्ड बॉय, डाटा ऑपरेटर और डॉक्टर शामिल थे.


इसके बाद इस बहाली में अनियमितता की शिकायत मिली जिसके बाद जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई. इस कमेटी ने मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी को अपनी रिपोर्ट सौंपी. इसके बाद डीएम ने आदेश जारी करते हुए सभी बहाली को निरस्त कर दिया. बीते शुक्रवार को सैकड़ों स्वास्थ्यकर्मियों ने मुजफ्फरपुर सदर अस्पताल के पास प्रदर्शन किया. उनपर लाठीचार्ज किया गया, लेकिन बाद में सिविल सर्जन ने अपना आदेश वापस ले लिया और 26 जुलाई तक सभी कर्मियों को बहाल कर दिया. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने उनके द्वारा की गई सभी भर्तियों को निरस्त कर दिया.


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