पटना: मोदी सरकार के खिलाफ देश की सभी विपक्षी पार्टियां एकजुटता दिखाने के प्रयास में जुटी हैं. बेंगलुरु में सोमवार को विपक्ष की दूसरी बैठक हो रही है. सभी विपक्षी पार्टियां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ एकजुट है. वहीं, भारत सरकार का संस्था अल्टरनेटिव डिस्प्यूट रेजोल्यूशन (ADR) ने भारत के 28 राज्य के विधानसभा और दो केंद्र शासित प्रदेशों के वर्तमान विधायकों पर आपराधिक मामलों का रिपोर्ट कार्ड जारी किया है, जिसमें मोदी सरकार को घेरने वाले विपक्ष के दो राज्यों में सबसे अधिक आपराधिक मामले विधायकों पर दर्ज है. इसमे पहले स्थान पर केरल और दूसरे स्थान पर बिहार है.
बिहार में 67 प्रतिशत विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज है
एडीआर के अनुसार केरल में सबसे अधिक आपराधिक मामले वाले 70 प्रतिशत विधायक हैं, जहां सीपीआईएम की सरकार है. वहीं, दूसरे नंबर पर सबसे अधिक आपराधिक मामले वाले विधायक मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज्य बिहार में हैं. बिहार में 67 प्रतिशत विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, लेकिन गंभीर आपराधिक मामले वाले विधायक सबसे अधिक देश की राजधानी दिल्ली में हैं, जो केंद्र शासित प्रदेश है. दिल्ली में 53 प्रतिशत गंभीर आपराधिक मामले वाले विधायक हैं. गंभीर आपराधिक मामले वाले विधायकों की सूची में भी बिहार दूसरे स्थान पर है. बिहार में 50% गंभीर आपराधिक मामले वाले विधायक हैं. आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार तीसरे नंबर पर आपराधिक मामले वाले सूची में है. दिल्ली में 63 प्रतिशत विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं, जबकि चौथे नंबर पर महाराष्ट्र 62% है. गंभीर आपराधिक मामले वाले विधायक तीसरा स्थान महाराष्ट्र में 40% हैं. चौथे नंबर पर तेलंगना में 39% है.
पूरे देश के 44% विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं
एडीआर की रिकॉर्ड के मुताबिक पूरे देश के 44% विधायकों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं जो 1777 है, जबकि पूरे देश में 28% विधायक पर गंभीर अपराधिक मामले दर्ज है जो 1136 है. एडीआर के अनुसार पूरे राज्य में 2% यानी कुल 88 विधायक बहुत ज्यादा अमीर हैं. हालांकि अमीर विधायकों का नाम और जगह नहीं दिया गया है. पूरे देश के विधायकों की औसत संपत्ति 13.63 करोड़ दर्शाया गया है.
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