पटना: जाति आधारित गणना को लेकर गृह मंत्रालय की तरफ से सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) में हलफनामा दायर की गई है. केंद्र ने कहा कि संविधान के तहत जनगणना केंद्रीय सूची का विषय है. सुप्रीम कोर्ट ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता की ओर से केंद्र का जवाब दाखिल करने के लिए समय मांगने के बाद, मामले की आगे की सुनवाई के लिए 28 अगस्त की तारीख तय की थी. अब हलफनामा दायर करने के बाद आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने सोमवार (28 अगस्त) को तीखी प्रतिक्रिया दी है.


लालू यादव ने कहा कि बीजेपी और संघ दोनों नहीं चाहता है कि गणना हो. लालू ने ट्वीट कर सोमवार (28 अगस्त) को लिखा- "बीजेपी का जन्म ही पिछड़ा विरोध में हुआ है. बीजेपी कभी भी नहीं चाहती कि वंचित वर्गों का सामाजिक और आर्थिक उत्थान हो. किसी भी वर्ग के गरीबों के कल्याणार्थ हेतु बिहार सरकार द्वारा कोई सामाजिक सर्वे कराना गरीब विरोधी BJP को अनुचित कैसे लगता है?"



तेजस्वी ने कहा- एक ही चीज का ज्ञान, झूठ बोलना


इस पूरे मामले में पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि इन लोगों को ज्ञान नहीं है. ज्ञान है भी तो एक ही चीज कि झूठ बोलना है. सच्ची बातों को दबाना और अपने एजेंडों को सामने लाना. भारत सरकार की ओर से सुप्रीम कोर्ट में जो हलफनामा दायर की गई है उसमें भी विरोध किया है.


तेजस्वी ने कहा कि बीजेपी चाहती ही नहीं है कि गणना हो. बीजेपी पर हमला करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि ये तो शुरू से विरोधी रहे हैं. बीजेपी का चेहरा उजागर हो गया है. इतने ही पक्षधर हैं तो देश भर में करा लें. इस बार तो खुलकर कोर्ट में आकर विरोध कर रहे हैं. 


यह भी पढ़ें- Samrat Choudhary Statement: सम्राट चौधरी के आजादी वाले बयान पर CM नीतीश की पहली प्रतिक्रिया, कही बड़ी बात