पटनाः अफगानिस्तान पर तालिबानी कब्जे के बाद वहां फंसे आम लोगों के लिए बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. काबुल एयरपोर्ट पर भगदड़ जैसे हालात दिख रहे हैं. इस बीच भारत में वर्षों से रह रहे शरणार्थियों के मन में अपने देश के हालात को देखकर चिंता बढ़ने लगी है. बिहार की राजधानी पटना के जमाल रोड में रहने वाले अकबर खान बीते 55 सालों से भारत में रहते हैं. अफगानिस्तान छोड़ने के वक्त कई परिवार ने एक साथ भारत का रुख किया. उनसे एबीपी न्यूज ने खास बातचीत की. वह यहां कपड़ा बेचते हैं.


मौजूदा हालात पर अकबर खान बताते हैं कि उनका देश 30 साल पीछे चला गया है. पहले अफगानिस्तान में बच्चे स्कूल जाते थे. घर से बाहर लोग महफूज हुआ करते थे लेकिन अब बहुत बुरी स्थिति है. भारत आने पर उन्होंने कहा कि अगर यहां अच्छा नहीं लगता तो इतने सालों तक वह भारत में रहते ही नहीं. जो इस देश ने किया वो उसके लिए शुक्रगुजार हैं.



अमेरिका और पाकिस्तान का सारा खेलः अकबर खान


हालांकि इन सबके पीछे अकबर खान ने अमेरिका और पाकिस्तान को जिम्मेदार ठहराया. उन्होंने कहा कि यह सारा खेल अमेरिका और पाकिस्तान का है. अब जो अफगानिस्तान में हुआ है उससे उस देश में कुछ बचा नहीं है. लोग इधर-उधर दौड़ रहे हैं. एयरपोर्ट के हालात देख सकते हैं. स्कूल-कॉलेज खत्म हो गया. कहा कि इंसान तो कुछ नहीं करता, जो करता है अल्लाह करता है, अब वही करेगा.


अकबर खान ने कहा कि भारत में उन्हें लोगों से बहुत प्यार मिला है. यही वजह है कि वही नहीं बल्कि कई अफगानी भारत में रहते हैं. किसी अफगानी ने भारत की ओर से अपने लिए नुकसान नहीं देखा है. यही वजह है कि लोग मानते हैं कि भारत के लोग बहुत प्यार से रहते हैं. उन्होंने कहा कि अभी कोई वैसा उनका रिश्तेदार नहीं है जो अफगानिस्तान में रहता हो.


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