आखिर क्या है वजह जो चिराग पासवान और जीतन राम मांझी की पार्टी पत्रकारों पर है मेहरबान?
दलित, शोषित, बेरोजगारी के मुद्दे से इतर इस बार के चुनाव में पत्रकारों को भी मुद्दा बनाया जा रहा है और उन्हें टिकट देने से लेकर अन्य सुविधाएं देने की बात की जा रहीं हैं.
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव नजदीक है, ऐसे में सभी राजनीतिक दल जनता को अपने पाले में करने के लिए तरह-तरह के वादे कर रहे हैं. खासकर एनडीए के घटक दल इस बार पत्रकारों पर काफी मेहरबान दिख रहे हैं. दलित, शोषित, बेरोजगारी के मुद्दे से इतर इस बार के चुनाव में पत्रकारों को भी मुद्दा बनाया जा रहा है और उन्हें टिकट देने से लेकर अन्य सुविधाएं देने की बात की जा रहीं हैं.
सरकारी अधिमान्यता दिलाई जाएगी
इसी क्रम में एनडीए घटक दल हम ने पत्रकारों के लिए कई घोषणाएं की हैं. पार्टी ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि पूर्व में जीतन राम मांझी के मुख्यमंत्री कार्यकाल के दौरान पत्रकारों के लिए बहुत सारी योजना बनाई गई थी. उन्हीं योजनाओं को आगे बढ़ाते हुए पार्टी ने यह तय किया है कि वेब पत्रकार जिनको अभी तक सरकारी अधिमान्यता नहीं मिली है उन्हें सरकारी अधिमान्यता दिलाई जाएगी.
10 प्रतिशत कीमत पर मुहैया कराई जाएगी जमीन और घर
राज्य के मान्यता प्राप्त पत्रकारों (इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, प्रिंट मीडिया, वेब मिडिया, रेडियो मिडिया) के आवास लिए पार्टी दृढ़ संकल्पित है. इसके लिए ब्लॉक से लेकर राज्य स्तर के पत्रकारों के साथ-साथ दूसरे राज्यों में पत्रकारिता कर रहे बिहारी पत्रकारों को मार्केट मूल्य से मात्र 10% कीमत पर बिहार के किसी एक जिले में जमीन अथवा फ्लैट मुहैया कराया जाएगा, शेष 90% राशि सरकार वहन करेगी. मान्यता प्राप्त बिहारी पत्रकारों जो दूसरे राज्यों में भी कार्यरत हों, उनके और उनके परिवार के सभी सदस्यों के लिए पार्टी मुफ्त जीवन बीमा की व्यवस्था सुनिश्चित करवाएगी.
50 प्रतिशत सब्सिडी पर देगी लोन
मान्यता प्राप्त पत्रकारों के परिवारों को बढ़ावा देने के लिए पत्रकार परिवार के किसी एक सदस्य को रोजगार सृजन के लिए 50% सब्सिडी रेट पर 25 लाख तक का लोन देगी ताकि विकट परिस्थितियों में उन्हें कष्ट ना हो. लोन की राशि का मात्र 12.5 लाख रूपया ही जमा करना होगा. मान्यता प्राप्त पत्रकारों के साथ न्यूज कवरेज के दौरान किसी अप्रिय घटना/हादसा हो जाने और उनकी मृत्यु होने पर पत्रकार परिवार को एक करोड़ का मुआवजा और पत्रकार परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी.
पेंशन की व्यवस्था की जाएगी
वहीं न्यूज कवरेज के दौरान किसी हादसे में किसी पत्रकार के अपंग हो जाने की स्थिति में परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाएगी और पीड़ित पत्रकार को जीवन यापन के लिए पेंशन की व्यवस्था की जाएगी. घोषणा पत्र के संबंध में हम प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा घोषणा पत्र में पत्रकारों के लिए हम निम्नलिखित प्रस्ताव ला रही है, अगर और भी कोई सुझाव हो तो बताएं.
चिराग ने कही थी यह बात
इधर, पिछले सप्ताह दिल्ली में एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान के आवास पर हुई पार्टी के केंद्रीय संसदीय टीम की बैठक में पत्रकारों को चुनाव में टिकट देने की चर्चा की गई थी. बैठक में एलजेपी अध्यक्ष चिराग पासवान ने कहा थी कि पार्टी इस बार के विधानसभा चुनाव में पत्रकारों को टिकट देने पर विचार कर रही.
बहरहाल चिराग और जीतन राम मांझी पत्रकारों पर इतना मेहरबान क्यों हो रहे यह तो वक्त ही बताएगा. लेकिन एक बात यह है कि अगर घोषणाओं पर अमल किया जाएगा तो पत्रकारों को फायदा हो सकता है.
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