कैमूर: बिहार सरकार में अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री और चैनपुर विधायक मोहम्मद जमा खान गुरुवार को मंत्री बनने के बाद पहली बार कैमूर पहुंचे. कैमूर में उन्होंने प्रेस कांफ्रेंस कर बताया विकास करने के मकसद से उन्होंने बसपा का दामन छोड़कर जेडीयू के दामन थाम लिया है. उन्होंने कहा कि अगर मैं बसपा में रह जाता तो, विकास नहीं कर पाता.
जमा खान ने बताई अपनी प्राथमिकता
जमा खान ने कहा कि उन्हें सभी जाति और धर्म के लोगों ने लगभग एक लाख वोट दिया है. इसलिए वे उनकी सेवा करना चाहते हैं. उनके विधानसभा क्षेत्र में अधौरा प्रखंड जो पूरी तरह से पहाड़ी इलाका है, जहां लगभग 121 से अधिक गांव हैं, वहां पानी और सिंचाई की बहुत ज्यादा समस्या है. ऐसे में उनकी पहली प्राथमिकता पानी, बिजली और सिंचाई रहेगी.
सरकार से करेंगे ये अपील
उन्होंने कहा कि वन्य क्षेत्र में जो सेंचुरी बन रहा है, उससे वहां के लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. ऐसे में मैं सरकार से निवेदन करूंगा कि वहां सेंचुरी भले ही रहे, लेकिन लोगों को जीने-खाने के लिए किसी प्रकार का मुसीबत का सामना न करना पड़े. वन्य क्षेत्र में लोगों को रोजगार मुहैया हो ये मेरी पहली प्राथमिकता होगी, ताकि लोग वन्य संसाधनों से अपनी जीविका चला सकें.
उन्होंने कहा कि मैं शुरू से ही गांव के लोगों के विकास के बारे में सोचता हूं. मुझे एक-एक लोगों के बारे में पता है कि किनके यहां किस चीज कमी हो सकती है. मैं सबको विकास की नई राह दिखाना चाहता हूं.
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