Chirag Paswan Supported Amit Shah: राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि "अब अंबेडकर का नाम लेना एक फैशन हो गया है. इतना नाम अगर भगवान का लेते तो सात जन्मों तक स्वर्ग मिल जाता." अब इस बयान के बाद देश की सियासत गरमा गई है. कांग्रेस ने इस बयान को एक बड़ा मुद्दा बना दिया है तो पूरे देश में विपक्ष इसको लेकर हंगामा कर रहा है. हालांकि बीजेपी की सहयोगी पार्टियों ने अमित शाह का समर्थन किया है.
अमित शाह के समर्थन में कांग्रेस पर बोला हमला
दलित नेता और लोजपा (रामविलास) सुप्रीमो सह केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान (Chirag Paswan) ने भी अमित शाह का समर्थन किया और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. चिराग पासवान ने कहा है कि कांग्रेस के शासनकाल में तो संसद भवन के सेंट्रल हॉल में सिर्फ कांग्रेस नेताओं की तस्वीर लगी थी, इतना तक की एक ही परिवार के तीन-तीन लोगों की तस्वीर लगी थी, लेकिन अंबेडकर साहेब की तस्वीर भी नहीं लगाई गई थी.
चिराग पासवान ने कहा कि संविधान पर हो रही चर्चा के दौरान कल जब राज्यसभा में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह जवाब दे रहे थे तो मैं खुद भी वहां पर मौजूद था. कांग्रेस आज जिस तरीके से बाबा साहेब के सम्मान को लेकर चिंता जता रही है, यह वही कांग्रेस है जिन्होंने बाबा साहेब के रहते हुए उनके जीते जी कभी उन्हें सम्मान देना जरूरी नहीं समझा. उन्होंने बाबा साहब को चुनाव करवाने का काम किया और तो और उनके जाने के बाद भी कभी भी कांग्रेस उनके नेता उनकी पार्टी ने कभी भी बाबा साहेब के सम्मान में कोई कार्य कोई कदम उठाना जरूरी नहीं समझा.
दशकों तक उनकी एक भी तस्वीर, उनके बनाए हुए संविधान जिसके आधार पर भारत की संसद कार्य करती है, उनकी एक तस्वीर तक भारत की संसद में लगाना कांग्रेस ने जरूरी नहीं समझा. पहली बार बाबा साहेब का तैल चित्र भारत की संसद में तब लगा जब देश में गैर कांग्रेसी सरकार आई. उन्होंने कहा कि वीपी सिंह जब देश के प्रधानमंत्री थे, जिसमें मेरे पिता रामविलास पासवान श्रम एवं कल्याण मंत्री थे, उस वक्त पहली बार भारत की संसद में डॉ० बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर की तस्वीर को भारत की संसद में लगाया गया, जबकि तब तक कांग्रेस के कई नेताओं की तस्वीर बल्कि एक परिवार के तीन तीन नेताओं की तस्वीर भारत के संसद के सेंट्रल हॉल में लगी हुई थी.
बाबा साहेब के सम्मान में इन्होंने भारत रत्न तक उन्हें देना जरूरी नहीं समझा, जिन्होंने हमारे देश के संविधान को बनाने का काम किया. उनको भारत रत्न भी उसी गैर कांग्रेसी सरकार के दौरान दिया गया. उनके जन्म दिवस पर छुट्टी की घोषणा की गई. आज कांग्रेस बस प्रतिस्पर्धा में बाबा साहब को लेकर बोल रही है. चिराग पासवान अमित शाह का समर्थन करते हुए कहा कि हमारे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हमारी एनडीए की सरकार ने एक-एक करके बाबा साहेब से जुड़े हुए हर एक स्थल को चिन्हित करके विकसित करने का काम किया.
'पीएम मोदी ने दिया बाबा साहब को सम्मान'
मऊ में उनका जन्म स्थल हो या जहां पर उन्होंने दीक्षा हासिल की, नागपुर में उनकी दीक्षाभूमि हो या जहां पर उन्होंने शिक्षा हासिल की लंदन में, उस स्थल को चिह्नित कर कर उसको विकसित करने का काम किया. जहां पर वह रहते थे दिल्ली में अकबर अली रोड उनको चिह्नित करने का काम किया, जहां पर उन्होंने चैत भूमि मुंबई में इन तमाम पांचों स्थान को तीर्थ स्थल के तौर पर उसको विकसित करने का काम किया. इस प्रतिस्पर्धा में आज कांग्रेस कहीं पीछे ना छूट जाए. इसलिए आज उनका नाम लेने का काम कर रही है. हकीकत है कि देश में अगर किसी ने बाबा साहब को सम्मान देने का काम किया तो हमारी मौजूदा एनडीए की सरकार है और हमारे मौजूदा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं.
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