बिहारः लॉकडाउन के बाद अब NMCH में लगने जा रहा ऑक्सीजन प्लांट, 21 दिनों में होगा तैयार
अस्पताल के अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि सरकार की मुस्तैदी से यह अचीवमेंट हमें मिला है. अगले तीन सप्ताह के अंदर में ही यहां अब ऑक्सीजन प्लांट तैयार हो जाएगा. इसका फायदा होगा कि अब अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी खत्म हो जाएगी.
पटनाः भारत में बढ़ते कोरोना वायरस को देखते हुए कई देश मदद पहुंचाने में जुटे हैं. इसको देखते हुए भारत सरकार ने सूबे के सबसे बड़े कोविड अस्पताल एनएमसीएच के मातृ शिशु अस्पताल परिसर में प्रयोजिनक लिक्विड ऑक्सीजन टैंक प्लांट बैठाने के लिए निर्देश जारी कर दिया है. ऐसा कहा जा रहा कि फ्रांस की टीम प्लांट लगाएगी. हालांकि लिखित रूप से इस संबंध में अभी तक यह सामने नहीं आया है कि किस देश की कंपनी लगाने जा रही है. हो सकता है इसे फ्रांस की कंपनी की ओर से लगाया जाए. वहीं बिहार में 15 मई तक लॉकडाउन भी लगा दिया गया है. यानी देखा जाए तो अब बिहार सरकार कोरोना को हराने में जोरशोर से जुट गई है.
दूसरे अस्पतालों की भी की जा सकेगी मदद
अस्पताल के अधीक्षक डॉ. विनोद कुमार ने बताया कि सरकार की मुस्तैदी से यह अचीवमेंट हमें मिला है. अगले तीन सप्ताह के अंदर में ही यहां अब ऑक्सीजन प्लांट तैयार हो जाएगा. इसका फायदा होगा कि अब अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी खत्म हो जाएगी. यहां प्लांट लगने से हम दूसरे अस्पतालों को भी ऑक्सीजन दे सकते हैं.
अस्पताल में जगह कर लिया गया चिह्नित
उन्होंने कहा कि आज के समय से जो सबसे बड़ी समस्या कोरोना के इलाज को लेकर आ रही है वह ऑक्सीजन को लेकर है. एनएमसीएच में भी इसकी समस्या हो रही है. इसके लिए हमलोग हर समय चिंतित रहते हैं. अब परिसर में प्लांट के लग जाने से राहत मिलेगी. उन्होंने कहा कि उनके मन में भी जो हर समय तनाव रहता है वह कम हो सकेगा. ऑक्सीजन प्लांट के लिए अस्पताल परिस में जगह को भी चिह्नित कर लिया गया.
गौरतलब हो कि एनएमसीएच के अधीक्षक विनोद कुमार कुछ दिनों पहले भी स्वास्थ्य विभाग को पत्र लिखकर उन्हें उनके पद से हटाने की अपील की थी. उस समय भी उन्होंने अस्पताल में हो रही ऑक्सीजन की समस्या के बारे में बताया था. उन्होंने यहां तक कह दिया था कि स्थिति कहीं से गड़बड़ होती है तो सारी जिम्मेदारी अधीक्षक पर आ जाएगी.
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