Manoj Jha Row: बिहार में ठाकुर VS ब्राह्मण के बीच छिड़ गया है बवाल, पोस्टर लगाकर की गई राजपूत राज्य बनाने की मांग
Bihar News: ठाकुर पर दिए गए आरजेडी सांसद मनोज झा के बयान पर बिहार में लगातार विवाद हो रहा है. वहीं, इस विवाद के बाद अब राजपूत राज्य बनाने को लेकर पटना में पोस्टर लगाए गए हैं.
पटना: अलग राजपूत राज्य बनाने की मांग को लेकर पटना में पोस्टर लगा है. मनोज झा (Manoj Jha) और आनंद मोहन (Anand Mohan) विवाद के बीच पटना में पोस्टर लगा. पोस्टर में बिहार का नक्शा है, जिसमें रोहतास, भोजपुर, सारण, वैशाली, समस्तीपुर, सहरसा, औरंगाबाद जिलों को मिलाकर एक अलग राजपूत राज्य बनाने की मांग की गई है. देश के कई राजपूत नेताओं की पोस्टर में तस्वीरे लगी है और बताया गया है कि देश के लिए इनका क्या योगदान रहा है. वीपी सिंह (VP Singh), चंद्रशेखर (Chandrashekhar), अर्जुन सिंह इत्यादि की तस्वीरें हैं. मनोज झा की भी तस्वीर हैं. उनका विरोध किया गया है. राजपूताना राज्य संघर्ष समिति के नेता सिद्धार्थ क्षत्रिय द्वारा यह पोस्टर लगाया गया है.
मनोज झा के बयान पर मचा है बवाल
बता दें राज्यसभा में महिला आरक्षण बिल पर चर्चा के दौरान आरजेडी सांसद मनोज झा ने कविता के माध्यम से ठाकुरों का जिक्र किया था और कहा था कि अंदर के ठाकुर को मारने की जरूरत है. उनके इस बयान से लगातार विवाद हो रहा है. आरजेडी विधायक चेतन आनंद ने उनका विरोध किया था. उसके बाद उनके पिता आनंद मोहन ने कहा कि राजपूतों का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. संसद में मैं रहता तो उनका जीभ खींचकर आसान की ओर उछाल देता.
राजपूताना राज्य संघर्ष समिति ने लगाया पोस्टर
बिहार में विवाद इतना बढ़ गया है कि अब राज्य को तोड़ने की बात की जा रही है. औरंगाबाद, रोहतास, भोजपुर जैसे जिलों के साथ एक अलग 'राजपूताना राज्य' बनाने की मांग उठ रही है. राजपूताना राज्य संघर्ष समिति के नेता सिद्धार्थ क्षत्रिय ने पोस्टर के जरिए ठाकुर के लिए सामाजिक न्याय की मांग उठाई है. कहते हैं कि वीपी सिंह ने पिछड़ों को आरक्षण दे दिया, अर्जुन सिंह ने पिछड़ों को उच्च शिक्षा में 27 फीसदी आरक्षण दिया और चंद्रशेखर ने पिछड़ी जाति के समाजवादी नेताओं को मुख्यधारा में ले आए. पोस्टर में यह बातें लिखी हुई हैं.
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