Bihar Politics: सहनी के बाद बीजेपी की नजर Congress पर! भाजपा ने किया दावा, 'संपर्क में हैं 13 से ज्यादा विधायक'
सियासी गलियारों में तरह-तरह की चर्चा है. बचौल के बयान ने हवा दे दी है तो कांग्रेस विधायक दल के नेता अजित शर्मा का कहना है कि बिहार कांग्रेस के सभी विधायक एकजुट हैं.
पटनाः बिहार में मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) की पार्टी तोड़ने के बाद अब पार्टी की नजर कांग्रेस पर है. बीजेपी विधायक और फायर ब्रांड नेता हरिभूषण ठाकुर बचौल (Haribhushan Thakur Bachol) ने दावा किया है कि कांग्रेस के कई विधायक उनकी पार्टी के संपर्क में हैं. 19 में से 13 से अधिक विधायक बीजेपी में आएंगे. जल्द बिहार कांग्रेस में भगदड़ मचेगी. बिहार विधानसभा में बीजेपी विधायकों की संख्या 90 के पार होगी.
अभी 77 विधायकों के साथ बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी
बचौल के बयान पर बिहार विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता अजित शर्मा ने कहा कि बिहार कांग्रेस के सभी विधायक एकजुट हैं. कोई भी विधायक नहीं टूटेगा. बीजेपी के नेता सुर्खियों में रहने के लिए ऐसी बयानबाजी करते हैं. बता दें कि वीआईपी के तीन विधायकों के बीजेपी में शामिल होने के बाद विधानसभा में बीजेपी 77 विधायकों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बन गई है. सियासी गलियारों में चर्चा है कि अब कांग्रेस विधायकों को बीजेपी तोड़ सकती है.
Haribhushan बोले- BJP में शामिल होंगे Congress के कई MLA, कांग्रेस बोली- सपना देख रहे@_shashankkr#MukeshSahani #BiharPolitics #BiharNewshttps://t.co/LmckCpRoZg
— ABP BIHAR (@abpbihar) March 26, 2022
यह भी पढ़ें- PM मोदी के साथ नीतीश कुमार की इस तस्वीर को देख RJD ने कहा- तुस्सी ग्रेट हो... आपने बिहार के सिर को नीचे कर दिया
उठने लगे हैं कई सवाल
अब ऐसे में बचौल ने बयान देकर उन अटकलों को हवा दे दी है. सवाल उठने लगे हैं कि आखिर बीजेपी बिहार में अपने विधायकों की संख्या क्यों बढ़ा रही है? जातीय जनगणना, बिहार को विशेष राज्य का दर्जा, शराबबंदी, सीएम-स्पीकर विवाद के चलते बीजेपी और जेडीयू में तकरार चरम पर है. वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी के विधायकों को बीजेपी ने तोड़ा. इसके बाद जेडीयू मुकेश सहनी के समर्थन में आ गई, इससे भी बीजेपी नाराज है. क्या जेडीयू से जारी टकराव के बीच विधायकों की संख्या बढ़ा बीजेपी कोई बड़ा खेला करने वाली है या अपने एजेंडे को लागू कराने के लिए विधायकों की संख्या बढ़ा नीतीश पर दबाव बनाना चाहती है? यह सब सवाल उठने शुरू हो गए हैं.
बता दें कि 2017 के मुकाबले इसबार यूपी चुनाव में बीजेपी के 70 से ज्यादा विधायक कम हुए हैं. राष्ट्रपति चुनाव आ रहा है. देश में राष्ट्रपति चुनाव किसी आम चुनाव की तरह नहीं होते हैं, जहां पर आम जनता वोट डालती हो. इसका फैसला विधायक, सांसद की वोटों के आधार पर होता है. कहीं ऐसा तो नहीं कि यूपी में विधायकों की हुई कमी को राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर बीजेपी दूसरे राज्यों में अन्य दलों के विधायकों को तोड़ कमी को पूरा करना चाहती है.
यह भी पढ़ें- पटना में बंद कमरे में पंचायत सचिव कर रहा था 'खेल', वृद्धा पेंशन के लिए चक्कर लगाने वाले शख्स ने वायरल किया वीडियो